अजय भट्ट ने कांग्रेस नेताओं की ‘केकड़े’ से की तुलना, कहा- BJP से नहीं कर सकते मुकाबला

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बीजेपी के सांसद अजय भट्ट ने उत्तराखंड कांग्रेस के नेताओं के बीच मचे घमासान पर निशाना साधा है (फाइल फोटो)

बीजेपी के सांसद अजय भट्ट ने उत्तराखंड कांग्रेस के नेताओं के बीच मचे घमासान पर निशाना साधा है (फाइल फोटो)

अजय भट्ट (Ajay Bhatt) ने कहा कि कोरोना काल (Corona Virus) में बीजेपी के नेता और सरकार एक-दूसरे का हाथ पकड़ कर जनता की मदद में जुटे हैं. वहीं, कांग्रेस नेता आपस में केकड़ों की तरह एक-दूसरे की टांग खींचने में लगे हुए हैं. लिहाजा वो चुनाव में संगठित बीजेपी का मुकाबला कैसे कर सकते हैं

हल्द्वानी (नैनीताल). उत्तराखंड में अगले वर्ष होने वाले चुनाव (Uttarakhand Assembly Election 2022) के लिए कांग्रेस अपने नेतृत्व के लिए सियासी गुना-भाग में लगी हुई है. सोमवार को कांग्रेस के नेताओं की दिल्ली (Delhi) में पार्टी आलाकमान के साथ महत्वपूर्ण बैठक हुई. बीजेपी के सांसद और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट (Ajay Bhatt) ने कांग्रेस की इस बैठक पर निशाना साधा है. अजय भट्ट ने न्यूज़ 18 से बातचीत करते हुए कांग्रेस नेताओं की तुलता केकड़े से कर डाली है. भट्ट ने कहा कि कांग्रेस नेता आपस में केकड़ों की तरह एक-दूसरे की टांग खींचने में लगे हुए हैं. लिहाजा ऐसे नेता चुनाव में संगठित बीजेपी का मुकाबला कैसे कर सकते हैं.

भट्ट ने कहा कि कोरोना काल में बीजेपी के नेता और सरकार एक-दूसरे का हाथ पकड़ कर जनता की मदद में जुटे हैं. लेकिन कांग्रेस के नेता ऐसे समय भी एक-दूसरे की टांग खींचने में लगे हैं. अजय भट्ट के बयान को उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट ने हास्यास्पद बताते हुए कहा कि वो कांग्रेस की आंतरिक बैठकों पर निगाह न रखें. उन्होंने कहा कि अजय भट्ट शायद अपने विधायकों और मंत्रियों के बयानों को भूल रहे हैं जो उनकी ही सरकार को कठघरे में खड़ा कर रहे हैं. बिष्ट ने कहा कि अजय भट्ट डबल इंजन की अपनी सरकार की खराब छवि को अजीबोगरीब बयानों से ढंकना चाहते हैं. लेकिन जिस सरकार और पार्टी का ध्यान केवल शराब बेचने में हो, उसका कुछ नहीं हो सकता.

विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की महत्वपूर्ण रणनीतिक बैठक

इससे पहले, सोमवार को दिल्ली में कांग्रेस के उत्तराखंड प्रभारी देवेंद्र यादव की पार्टी के केंद्रीय नेताओं के साथ बैठक हुई थी. इसमें कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, उत्तराखंड कांग्रेस के अध्यक्ष प्रीतम सिंह, नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश भी मौजूद थीं. इस बैठक का निचोड़ आना अभी बाकी है. लेकिन कांग्रेस के जितने खेमे हैं वो इसको लेकर उतनी बातें कर रहे हैं. सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में एक और महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है जिसमें यह तय होगा कि वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव किस रणनीति के तहत लड़ा जाए. साथ ही यह भी स्पष्ट होगा कि हरीश रावत की राय पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी या इंदिरा-प्रीतम की राय पर सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा.







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