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इससे पहले अचानक सीएम रावत को बीजेपी आलाकमान ने दिल्ली बुलाया था, जिसके चलते रावत बुधवार के अपने सारे कार्यक्रम निरस्त करते हुए बुधवार दोपहर 12 बजे तक दिल्ली के उत्तराखंड भवन पहुंच चुके थे. बताया गया है कि दिल्ली यात्रा पर नड्डा और शाह से मुलाकात के बाद अभी रावत की वापसी का कार्यक्रम तय नहीं हुआ है और वह कुछ और नेताओं से भी मिल सकते हैं.
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गौरतलब है कि उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर 27 से 29 जून के बीच ही भाजपा के चिंतन शिविर में पार्टी ने रणनीतियां और कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की थी. इस बैठक में भी सीएम रावत समेत भाजपा के बड़े पदाधिकारी व नेता शामिल हुए थे. इस बैठक के तुरंत बाद ही सीएम रावत को दिल्ली बुलाए जाने से उत्तराखंड के सियासी गलियारों में कई तरह की अटकलें शुरू हो गई थीं.
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