न्यूज़ वायरस के लिए महविश की खास रिपोर्ट
जब से ऑनलाइन पेमेंट का सिलसिला शुरू हुआ है, तब से QR कोड शब्द आम लोगों के बीच में सुनाई देने लगा है. हम जब भी कोई खरीदारी करते हैं या फिर रुपये ट्रांसफर करते हैं तो QR कोड के इस्तेमाल से पेमेंट करना आसान होता है. कई पैकेट्स और वेबसाइट पर भी QR कोड बने हुए दिख जाते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये QR कोड क्यों बने होते हैं? या फिर इसके क्या मतलब हैं? आज हम इसी विषय पर बात करेंगे कि QR कोड क्या होता है और रोजमर्रा की जिंदगी में ये कैसे मददगार साबित होता है?QR कोड क्या है?
QR कोड का पूरा नाम है Quick Response Code. इसके नाम से एक जानकारी ये मिल जाती है कि QR कोड बहुत तेजी से काम करता है. QR कोड square box में एक पैटर्न होता है, जिसमें URL और मोबाइल नंबर छुपाया जाता है. ये पैटर्न के फॉर्म में इसलिए होता है, ताकि इसे देखकर समझा न जा सके कि इसमें कौन-सा नंबर या वेब एड्रेस (web address) छुपा है.आज दुनिया भर की कंपनियां इसका उपयोग कर रही हैं.पर्सनल यूज की बात करें तो शॉपिंग या किसी रेस्त्रां में बड़ी आसानी से QR कोड स्कैन करके पेमेंट की जा सकती है. इससे खुल्ले अथवा छुट्टे पैसों की टेंशन नहीं होती है और न ही कैश अपने साथ लेकर घूमने की आवश्यकता रहती है. केवल अपने फोन की मदद से पेमेंट करना आसान हो जाता है.
QR कोड का इस्तेमाल जानकारी प्राप्त करने के लिए भी कर सकते हैं. इन दिनों हर प्रोडक्ट पर QR कोड होता है. इसे स्कैन कर किसी भी प्रोडक्ट की जानकारी आसानी से ली जा सकती है. बिजनेस में भी QR कोड काफी हेल्पफुल है. QR कोड का उपयोग बिजनेस कार्ड के तौर पर भी किया जा सकता है. साथ ही QR कोड किसी भी प्रोडक्ट को प्रमोट करने में भी इस्तेमाल होता है. वेबसाइट पर लॉग-इन करने के लिए भी इसका उपयोग किया जा सकता है. इससे बार-बार पासवर्ड डालने का समय भी बचता है. QR कोड की तस्वीर सेव करके भी रख सकते हैं, ताकि इसका उपयोग बाद में भी किया जा सके. वॉट्सऐप वेब इसी का एक उदाहरण है.QR कोड बनाने का तरीका
अगर कोई अपना QR कोड बनाना चाहता है तो उसके लिए किसी के पास जाने की जरूरत नहीं है. इसे आसानी से अपने फोन पर बनाया जा सकता है. इसके कुछ स्टेप्स हैं-UPI Payment के लिए कई मोबाइल App हैं, जिसे फोन में प्लेस्टोर के माध्यम से डाउनलोड किया जा सकता है. App में कई तरह की जानकारी डालनी होती है, जैसे कि नाम, फोन नंबर, ईमेल आईडी, आधार और पैन कार्ड डिटेल, पिन या पासकोड, साथ ही बैंक अकाउंट और उससे जुड़ी अन्य जानकारी भी इसमें जोड़नी होती है. इसके बाद पेमेंट करने के लिए App तैयार हो जाता है.