बरती जाएगी स्कूलों में सख्ती – जिलाधिकारी , दून
एक तरफ यात्रा शुरू हो गयी है , दूसरी तरफ पर्यटन सीजन का आगाज़ और सैलानियों का सैलाब पहाड़ की और आने को बेताब है , ऐसे में प्रदेश में कोरोना की संक्रमण दर 1.82 प्रतिशत दर्ज की गई है जो परेशान करने वाली है। दो ज़िले पिथौरागढ़ और रुद्रप्रयाग ऐसे हैं, जहां अभी संक्रमण का कोई एक्टिव केस नहीं है. रुद्रप्रयाग में केदारनाथ यात्रा 6 मई से शुरू होने जा रही है… स्वास्थ्य विभाग की जानकारी के मुताबिक 1264 सैंपलों की जांच रिपोर्ट मिली, जिसमें 1241 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई… लेकिन सबसे चिंताजनक हालात देहरादून की है जहाँ सबसे ज्यादा मामले सामने आये हैं। वजह क्या हो रही है इस पर मंथन हो रहा है लेकिन मास्क और डिस्टेंसिंग को लेकर जो घोर लापरवाही लोग बरत रहे हैं ये उसी का बुरा नतीज़ा है इससे कोई इंकार नहीं कर सकता है।
शिक्षा विभाग मानने लगा है कि कहीं न कहीं लापरवाही स्कूल की भी है, तभी स्टूडेंट्स तक कोविड पॉजिटिव हो रहे हैं इसलिए सख्ती की जाएगी… जबकि स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि ख़तरे की बात नहीं है… वैक्सीन का असर है और अगर संक्रमण हो भी रहा है, तो लोग घर पर ही ठीक हो रहे हैं… आपको बता दें कि बीते दिनों राजधानी के वेल्हम स्कूल में एक साथ 6 स्टूडेंट्स के कोरोना संक्रमित होने से न सिर्फ परिजनों की चिंता बढ़ी है बल्कि प्रशासन भी चौकन्ना हो गया है क्योंकि इन दिनों ज्यादातर स्कूलों में बच्चों की पूरी संख्या पहुँच रही है और लापरवाही की संभावना बराबर बनी हुई है।
अब क्या हो रही हैं तैयारियां ?
* सख्ती के साथ कोविड प्रॉटोकॉल को स्कूल में लागू करने के निर्देश…
* देहरादून प्रशासन ने बुधवार को वेल्हम गर्ल्स स्कूल को मिनी कंटेनमेंट ज़ोन में तब्दील किया…
* स्कूल अगले आदेश तक के लिए बंद…
* डीएम ने ज़िला खाद्य पूर्ति अधिकारी से लेकर नगर निगम तक को स्कूल कैंपस में तमाम व्यवस्थाएं देखने को कहा…
डीएम और जिला प्रशासन ने मास्क न लगाने पर जुर्माना तय किया