युवा सरकार , युवा नेतृत्व और युवा कैबिनेट मंत्री ….आपको याद होगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि आने वाला दशक उत्तराखंड का है मतलब युआ उत्तराखंड और युवा नेतृत्व का है। यही वजह है कि जब सीएम बनाने की बारी आयी तो अनुभव और उम्र को दरकिनार करते हुए युवा विधायक पुष्कर सिंह धामी को कमान दी गयी। जिसके बाद सामने आयी उनकी संतुलित टीम जिसमें सबसे युवा मंत्री बने दिग्गज बहुगुणा की विरासत को आगे बढ़ाने वाले सितारगंज के युवा विधायक सौरभ बहुगुणा जो अब बन गए है गुडलक मिनिस्टर ….
पहाड़ को पसंद है सौरभ की सादगी
आपको याद होगा कि बीते विधान सभा चुनाव में जब धामी खुद खटीमा से हार गए तो उनकी झमकर आलोचना हुई। लेकिन तब कयास लगे कि अब कोई और बनेगा मुख्यमंत्री लेकिन हाँथ तो सीधे पीएम मोदी का और आशीर्वाद पार्टी का था लिहाज़ा हार कर भी बाज़ीगर बन गए धामी और सामने आया चम्पावत का उपचुनाव जो किसी चुनौती से कम नहीं था।
लेकिन तभी सीएम ने एक युवा कमांडर को दी अपने ही चुनाव की रणनीति बनाने , घर घर वोटरों को जोड़ने और पार्टी के पक्ष में बयार लाने की अहम ज़िम्मेदारी … तब लगा था कि जीत तो होगी लेकिन प्रचंड रिकॉर्ड कायम होगा ये किसी ने नहीं सोचा था हालाँकि जिस तरह से दिन रात मैदान में सौरभ बहुगुणा की सक्रियता रही , गली , गाँव , बाजार , युवा महिलाओं में उनकी पकड़ मजबूत हुयी उसने कमाल कर दिया और नतीजा रिकॉर्ड वोटों से जीत गए सीएम धामी
अब एक बार फिर बागेश्वर उपचुनाव की कमान सम्हाल रहे हैं लोगों के बीच सहज , सौम्य और मृदुल मुस्कान के संग रिश्ता बना लेने के माहिर मंत्री और धामी सरकार के गुडलक मिनिस्टर सौरभ बहुगुणा ….. जो आजकल बागेश्वर में दिन रात पार्टी की जीत के लिए बारिश और आपदा की चुनौतियों के बीच पसीना बहा रहे हैं। दरअसल लोगों के बीच उनकी यही लोकप्रियता और सादगी भरा व्यवहार पार्टी के लिए फायदे और जीत के लिए अहम साबित हो रहा है। तो इंतज़ार कीजिये गुडलक मिनिस्टर की एक और कामयाब जीत का जो उनके कदम राजनीती के मैदान में और भी मजबूत कर देगी।