न्यूज़ वायरस के लिए फ़िरोज़ आलम गाँधी की रिपोर्ट —
उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार अपने पहले 100 दिन की उपलब्धियों को अलग अलग कार्यक्रमों में जहाँ जनता को बता रही है वहीँ विपक्ष के सबसे बुजुर्ग लीडर और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भला ऐसे में कैसे खामोश रहते। लिहाज़ा उन्होंने एक बार फिर शब्दबाण छोड़े हैं।
अक्सर मुख्यमंत्री धामी की तारीफ करने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने कहा कि 100 दिनों के समय को सरकार के आंकलन के लिए कम है लेकिन इशारों में उन्होंने धामी कैबिनेट के मंत्रियों की खिंचाई ज़रूर कर दी. यही नहीं, रावत ने तीन दिन बाद कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत के घर के बाहर मोर्चा खोलने की चेतावनी भी दे डाली है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने चेतावनी देते हुए कहा कि वह कॉपरेटिव विभाग संभालने वाले मंत्री धनसिंह रावत के घर के बाहर उपवास पर बैठेंगे. सोशल मीडिया पर एक बयान जारी करते हुए रावत ने लिखा कि उत्तराखंड के हिस्से के यूरिया की स्मगलिंग की जा रही है और किसानों को खाद, यूरिया दे पाने में कॉपरेटिव विभाग लाचार हो गया है. ‘हालात ऐसे बन गए हैं कि मैं मंत्री जी के घर के बाहर उपवास पर बैठने को मजबूर हो रहा हूं.’ हालांकि रावत ने दो से तीन दिनों का समय धनसिंह रावत को ज़रूर दिया है… देखना दिलचस्प होगा कि क्या हरदा के धरने से पहले धनदा कोई बयान देते है या लोग एक बार फिर हरीश रावत की धरना पॉलिटिक्स का नज़ारा देखेंगे।