दून विश्वविद्यालय की कुलपति सुरेखा डंगवाल की अद्भुत पहल “One University-One Research” 

राज्यपाल गुरमीत सिंह के समक्ष हुआ मज़बूत प्रस्तुतीकरण

मो.शादान सलीम सैफी

न्यूज़ वायरस नेटवर्क

दून विश्वविद्यालय द्वारा “One University-One Research” कार्यक्रम के अंतर्गत “उत्तराखंड में महिलाओं के जीवन और आजीविका में सुधार” विषय पर किए जा रहे शोध की प्रगति पर राज्यपाल गुरमीत सिंह के समक्ष एक विशेष प्रस्तुतीकरण आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में कुलपति प्रोफेसर सुरेखा डंगवाल ने अपने शोध नेतृत्व की कुशलता और शिक्षाविद के रूप में राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित पहचान को मजबूती से प्रस्तुत किया। कुलपति प्रोफेसर सुरेखा डंगवाल ने कहा, “हमारा उद्देश्य न केवल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना है, बल्कि उनके जीवनस्तर और आर्थिक स्थिति में स्थाई सुधार लाने के लिए प्रभावी समाधान प्रदान करना है। इस शोध के अंतिम निष्कर्ष उत्तराखंड सरकार और भारत सरकार के साथ साझा किए जाएंगे, ताकि इसे धरातल पर उतारा जा सके।”

प्रोफेसर सुरेखा डंगवाल,की कुशल कार्यशैली का अंदाज़ा इसी बात से जगजाहिर है कि उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने कुलपति के रूप में उनकी दूसरे कार्यकाल के लिए पुनर्नियुक्ति की है, कुलपति ने अपने नेतृत्व में विश्वविद्यालय को नए आयाम प्रदान किए हैं।राज्यपाल गुरमीत सिंह ने इस शोध के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, “यह पहल महिलाओं को सशक्त बनाने और उनके जीवन में सुधार लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह शोध उत्तराखंड के विकास में एक मील का पत्थर साबित होगा।”

इस कार्यक्रम में प्रमुख सचिव राज्यपाल रविनाथ रमन, अपर सचिव स्वाति भदौरिया और सूचना विभाग के संयुक्त निदेशक नितिन उपाध्याय भी उपस्थित रहे।

महिलाओं की आत्मनिर्भरता की ओर कदम

शोध के मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति को बेहतर करना है। यह पहल न केवल उत्तराखंड, बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणा स्रोत साबित होगी।

कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के छात्रों और शोधकर्ताओं ने भी अपने विचार और सुझाव प्रस्तुत किए। प्रोफेसर सुरेखा डंगवाल ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा, “सभी शोधकर्ताओं को चाहिए कि वे समाज की जमीनी समस्याओं को समझते हुए समाधान ढूंढने की दिशा में कार्य करें।”

राज्यपाल की विशेष सराहना

राज्यपाल गुरमीत सिंह ने इस शोध को महिलाओं के उत्थान के लिए एक सशक्त माध्यम बताया। उन्होंने कहा कि दून विश्वविद्यालय ने न केवल उत्तराखंड बल्कि पूरे देश में एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है।

समृद्ध भविष्य की ओर कदम

दून विश्वविद्यालय का यह प्रयास महिलाओं के लिए एक नई उम्मीद लेकर आया है। इस शोध के माध्यम से महिलाओं को बेहतर रोजगार के अवसर और आय के साधन उपलब्ध कराने की दिशा में प्रभावी कदम उठाए जाएंगे।

समाज के विकास में नई क्रांति

यह शोध उत्तराखंड की महिलाओं के लिए एक नई क्रांति साबित हो सकता है। इसके सुझाव न केवल राज्य बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर लागू किए जा सकते हैं, जिससे समाज के हर वर्ग को फायदा होगा।

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