देहरादून से कार्यकारी संपादक आशीष तिवारी की ख़ास रिपोर्ट –
देवभूमि उत्तराखंड आये रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पुष्कर सिंह धामी को धाकड़ और विस्फोटक बल्लेबाज़ की उपाधि दी है
आपको बता दें कि आज वीर चंद्र सिंह गढ़वाली की पुण्यतिथि के मौके पर उनकी प्रतिमा का अनावरण और स्मारक का लोकार्पण करने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पौड़ी पहुंचे थे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पुष्कर सिंह धामी के चंद दिनों के कामकाज और उनके बेहतरीन राजनीतिक कौशल और प्रशासनिक समझ की जमकर तारीफ करते हुए उनकी शान में कई बड़ी बातें कहीं।
दरअसल जबसे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड में प्रधान सेवक के तौर पर कामकाज संभाला उसके पहले दिन से ही की जा रही विस्फोटक राजनीतिक बल्लेबाजी से न सिर्फ उनके पार्टी के नेता बल्कि विपक्ष के बड़े-बड़े दिग्गज भी हैरान रह गए। पहले प्रशासनिक अमले में अप्रत्याशित फेरबदल कर सको चौंकाया , बल्कि काबिल और रिजल्ट ओरिएंटेड अधिकारियों को बड़े पदों पर बिठाकर मास्टर स्ट्रोक मारा।
यहीं से शुरू हुआ धामी राज की धाकड़ पारी और ताबड़तोड़ अपनी घोषणाओं को अमलीजामा पहनाने के लिए भी उन्होंने सटीक फील्डिंग लगाई , जिसके बाद कई बड़े और सकारात्मक नतीजे भी प्रदेश की जनता को देखने को मिले। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी इस छोटी सी पारी को यादगार बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी और लगातार पहाड़ों के दौरे कर लोगों से मिले , उनकी जरूरतों को और क्षेत्र की समस्याओं को करीब से जाना और तत्काल उसके निदान के लिए अफसरों को काम पर लगा दिया।
सीएम पुष्कर सिंह धामी की इस ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की गूंज दिल्ली में भाजपा आलाकमान के दरबार तक भी पहुंची , जिसका नतीजा है कि आज देश के वरिष्ठ पार्टी पार्टी नेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उन्हें खुद विस्फोटक बल्लेबाज की संज्ञा दे दी।
आपको बता दें कि विधानसभा सत्र के दौरान जिस तरह से सीएम पुष्कर सिंह धामी ने विपक्ष के विधायकों को बड़ी आत्मीयता और मित्रता के साथ अपने पास बुला कर मुद्दों को सुलझाया उसके बाद खुद कांग्रेस में भी पुष्कर सिंह धामी को लेकर एक सॉफ्ट कॉर्नर नजर आया .. बीते दिनों सीएम धामी ने जिस तरह से युवाओं को रोजगार , कोरोना प्रभावित अनाथ बच्चों के लिए सुरक्षा योजना शुरू की और महिलाओं और बुजुर्गों के साथ साथ राज्य आंदोलनकारियों और उनके आश्रितों के लिए घोषणाएं की यह कार्यवाही बताती है कि भले ही पुष्कर सिंह धामी को लिमिटेड ओवर का मैच खेलने के लिए अंतिम ओवर में भेजा गया है लेकिन वह इतना बड़ा स्कोर बना देना चाहते हैं कि जब 2022 में फाइनल मैच खेला जाए तो उस स्कोर को पार कर पाना किसी के लिए आसान न होगा।
देखना होगा कि अभी और कितने विस्फोटक और शानदार शॉट्स खेलते हुए युवा सीएम धामी अपनी इस पारी में नॉट आऊट रहते हुए 2022 के मैच के लिए फिर एक बार मैदान में उतरते हैं।