भारत में महिलाओं को शिल्पकार माना जाता है। घर , परिवार , समाज और देश के लिए भारतीय महिलाएं जब जहाँ मौक़ा मिलता है अपनी प्रतिभा से एक मिसाल बन जाती है। आज हम आपको एक ऎसी ही कामयाब शख्सियत के बारे में बता रहे हैं जिन्होंने घर की दहलीज़ के अंदर अपने फ़र्ज़ को निभाते हुए देश के प्रतिष्ठित शैक्षिक इम्तहान में कामयाबी हासिल की है।
शिक्षा मनुष्य के जीवन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है समाज की उन्नति में शिक्षा एक बहुत महत्वपूर्ण किरदार निभाती है शिक्षा मनुष्य को एक अच्छा इंसान बनाने के लिए जरूरी होती है समाज के हर वर्ग के लोगों को शिक्षा पाने का पूर्ण अधिकार है अपने इसी सपने को साकार करने के लिए दीप्ति ने अपने परिवार की सभी जिम्मेदारियों को और चुनौतियों को भली भांति निभाते हुए सीबीएसई सीटीईटी (Central Teacher Eligibility Test) दिसंबर 2021 परीक्षा जिसमें 15 लाख अभ्यार्थी उपस्थित थे उनमें से 4 लाख उत्तीर्ण अभ्यार्थियों में अपना स्थान बनाया है।
दीप्ति सिंगल ग्रुप कैप्टन आशुतोष सिंघल वायु सेना अधिकारी की पत्नी है. उन्हें अपने वायुसेना अधिकारी पति की तरह ही देश के लिए कुछ करने का जज्बा हमेशा से है दीप्ति का कहना है कि हर लड़की का सपना अपने करियर को ऊंचाई तक पहुंचने का होता है. अपने करियर को मनाने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है और पढ़ाई करती है परंतु कभी-कभी परिवारिक जिम्मेदारियों को निभाने व उन्हें वरीयता में प्रथम स्थान देने के कारण वह समझ पर अपना करियर बना नहीं पाती लेकिन मन में विश्वास और कुछ कर दिखाने की चाहो तो इंसान किसी भी उम्र में अपने लक्ष्य की प्राप्ति कर सकता है.
दीप्ति सिंघल का सपना एक अच्छी शिक्षा बनकर समाज के हर वर्ग के लोगों में अपना शिक्षा को और अनुभव को प्रयोग में लाकर समाज की उन्नति कराना है दीप्ति का कहना है कि हमारे समाज की हर बालिका को शिक्षित होने का अधिकार है अगर एक महिला शिक्षित होती है तो वह अपने परिवार के सभी सदस्यों को शिक्षित करने के साथ-साथ समाज की उन्नति में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान देती है दीप्ति सिगनल वायु सेना पत्नी कल्याण संघ (air force wives welfare association) के साथ जुड़ कर परिवार कल्याण और विधवाओं और विशेष बच्चों के पूर्ण वास देखभाल व्य्षक साक्षरता पर्यावरण संरक्षण के कार्यक्रमों वह प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित हमारे देश की महिलाओं को स्किल डेवलपमेंट के द्वारा योजना रोजगार दिलाने में लगातार अपना बहुमूल्य योगदान देती रही है डिप्टी केंद्रीय विद्यालय की विद्यालय मैनेजमेंट कमेटी (VMC) में अपने अनुभवों को विधालय के लिए की उन्नति के लिए अपना कठिन परीक्षम के लिए जानी जाती है।