पानी समिति की अध्यक्षा और ग्राम प्रधान कौशल्या रावत और गांव की महिलाओं से प्रधानमंत्री ने जल जीवन मिशन से पहले और मिशन के इंप्लीमेंटेशन के बाद के अनुभव जाने और जल जीवन मिशन के चलते गांव में महिलाओं के जीवन में, पर्यटन के क्षेत्र में और रिवर्स पलायन जेसे बदलाव से प्रधानमंत्री को ग्राम प्रधान ने कराया अवगत। प्रधानमंत्री ने जल जीवन मिशन के चलते क्यारकुली गांव के लोगों और गांव की महिलाओं के जीवन में आए सकारात्मक बदलाव का गांव की महिलाओं और गांव के कर्मठ लोगों की सक्रिय भागीदारीकी सराहना भी की।
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री शास्त्री जयंती के अवसर पर उत्तर प्रदेश, गुजरात, तमिलनाडु, मणिपुर सहित उत्तराखंड की मसूरी क्षेत्र की क्यारकुली भट्टा ग्राम पंचायत और पानी समितियों से सीधा वर्चुअल संवाद स्थापित किया गया। वर्चुअल संवाद मे प्रधानमंत्री ने पानी पंचायत समितियों से जल जीवन मिशन के इंप्लीमेंट से पूर्व और इंप्लीमेंट के पश्चात गांव के लोगों, विशेषकर गांव की महिलाओं और गांव की अर्थव्यवस्था में आए व्यापक सकारात्मक बदलाव से रूबरू हुए। पानी पंचायत समितियों द्वारा प्रधानमंत्री को अवगत कराया कि जल जीवन मिशन के इंप्लीमेंटेशन के बाद किस तरह से उनके गांव की दशा दिशा बदल गई है।
जल जीवन मिशन से पूर्व जहां गांव की महिलाओं को कई मिलो दूर पानी ढोने जाना पड़ता था तथा कई बार घंटों लाइन में खड़े रहना पड़ता था अब जल जीवन मिशन के इंप्लीमेंटेशन के बाद महिलाओं का पानी ढोने और लाइन में लगने के समय की बचत हुई है जिससे महिलाएं अब अपने समय को बाल बच्चों के अच्छे पालन पोषण, अपने जीवन को उन्नत बनाने, नई नई स्किल सीखने तथा अपने और सामुदायिक जीवन को आगे बढ़ाने में व्यापक समय दे पा रही है तथा उसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। इसी कड़ी में मसूरी क्षेत्र की क्यारकुली भट्टा पानी समिति की अध्यक्षा कौशल्या रावत ने प्रधानमंत्री को अवगत कराया कि जल जीवन मिशन के साकार होने से और गांव में पलायन कर चुके लोगों द्वारा वापस रिवर्स पलायन किया जा रहा है। गांव में पहले की तुलना में बहुत अधिक पर्यटन आ रहे हैं जिससे गांव में होमस्टे योजना की डिमांड में भी काफी बढ़ोतरी हुई है तथा गांव में 35 होमस्टे पर्यटन विभाग के समन्वय से बन चुके हैं।
अध्यक्ष ने कहा कि कुल मिलाकर कह सकते हैं कि जल जीवन मिशन योजना के क्रियान्वयन के पश्चात गांव का पानी और गांव की जवानी अब गांव के काम आ रही है। उन्होंने कहा कि हमारे गांव में शत प्रतिशत कोरोना की वैक्सीन लग चुकी है। महिलाओं को अब घर-घर पेयजल उपलब्ध होने से वह अपने समय और ऊर्जा का सदुपयोग अब दूसरे काम में करने लगी है जिससे गांव की अर्थव्यवस्था में भी काफी बढ़ोतरी दर्ज हुई है। गांव की पानी पंचायत समिति द्वारा व्यापक पैमाने पर वृक्षारोपण भी किया गया है और आगे भी 1 लाख पौधारोपण का लक्ष्य रखा है। पानी पंचायत समितियों से वर्चुअल संवाद के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन योजना का भली-भांति क्रियान्वयन गांव के कर्मठ लोगों और जागरूक महिलाओं की सक्रिय भागीदारी से पूरा हो पाया।