उत्तराखंड में राज्यसभा की एक सीट पर होने वाले चुनाव के लिए भाजपा ने डॉ.कल्पना सैनी को प्रत्याशी घोषित किया है। भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति ने उनके नाम की घोषणा की है। डॉ. कल्पना ने प्रत्याशियों की दौड़ में शामिल पूर्व सीएम त्रिवेंद्र और पूर्व विधायक गहतोड़ी समेत कई दिग्गजों को पछाड़ा है। रुड़की निवासी डॉ.कल्पना सैनी राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग की अध्यक्ष हैं।
प्रदेश में राज्यसभा की सीट के लिए 10 जून को चुनाव होना है। भाजपा की ओर से प्रत्याशी बनाने के लिए कई लोगों के नाम केंद्रीय चुनाव समिति को भेजे गए थे। जिसमें पैनल में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार, राज्य पिछड़ा आयोग की अध्यक्ष डॉ.कल्पना सैनी, पूर्व उपाध्यक्ष ज्योति प्रसाद गैरोला, भाजपा अनुशासन समिति के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष केदार जोशी, भाजपा ओबीसी मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्यामवीर सैनी, पूर्व विधायक आशा नौटियाल, राष्ट्रीय एससीएसटी आयोग की पूर्व सदस्य स्वराज विद्वान, पूर्व विधायक कैलाश चंद गहतोड़ी आदि के नाम शामिल थे।
पार्टी हाईकमान ने इनमें से डॉ.कल्पना सैनी को राज्यसभा प्रत्याशी घोषित किया है। वो 31 मई को अपना नामांकन करेंगी। बता दें कि डॉ.कल्पना सैनी के परिवार की राजनीतिक पृष्ठभूमि रही है। पिता पूर्व विधायक स्व.पृथ्वी सिंह उत्तर प्रदेश में कल्याण सिंह सरकार में सिंचाई राज्यमंत्री रहे हैं।
डॉ.कल्पना सैनी को निर्विरोध चुना जाना तय
राज्यसभा के लिए खाली हो रही एक सीट पर यदि कांग्रेस अपना प्रत्याशी नहीं उतारती है तो भाजपा की प्रत्याशी डॉ.कल्पना सैनी का निर्विरोध चुना जाना तय है। इसके बाद उनकी जीत की औपचारिक घोषणा मात्र शेष रह जाएगी। दरअसल, राज्यसभा चुनाव में जीत का पूरा गणित भाजपा के ही पक्ष में है। विधानसभा में भाजपा के 47 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के 19 और दो निर्दलीय विधायक हैं। जीत हासिल करने के लिए भाजपा के पास बहुमत है।