डॉ नितिन उपाध्याय : उपलब्धि से उपाधि तक

एक लक्ष्य , एक रास्ता और लंबा सफर … आप तब तक कदम बढ़ाते हैं जब तक आपको आपका मनचाहा मकसद न मिल जाए , लेकिन शर्त एक है कि आपके हौसले और इरादे में कभी कोई अगर मगर न हो।

उनके जीवन में भी एक ऐसा ही लक्ष्य अंकुरित होकर विशाल वटवृक्ष बन जाता है जो हालात कैसे भी हों ? ज़िम्मेदारियाँ कितनी भी हों ? वो ऊँची तालीम लेने और समाज में एक अलग पहचान बनाने के अवसर तलाश ही लेते हैं। एक ऐसा ही इरादा लेकर , समाज को कुछ नया देने के मकसद को साधने के लिए वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी नितिन उपाध्याय भी आगे बढे .चलते रहे  पद की ज़िम्मेदारियों को निभाते हुए पढ़ते रहे .अपना शोध कार्य भी करते रहे .. फिर आया 13 मई का वो दिन जब उत्तराखंड के महामहिम राज्यपाल ने उन्हें इस शानदार उपलब्धि के लिए शाबाशी देते हुए PhD की उपाधि से नवाजा।

लम्बे अंतराल के बाद शुक्रवार को उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय में बहु प्रतीक्षित दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया।  जिसमें 66 गोल्ड मेडलिस्ट और 2017 से 2022 तक के 308 पीएचडी धारकों को राज्यपाल सेवानिवृत लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने डिग्री और मेडल दिए। इस दीक्षांत समारोह में तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल भी मौजूद रहे। 

इस समारोह में यूँ तो सभी उपाधि धारकों के चेहरे खिले थे लेकिन डॉ नितिन उपाध्याय की आँखों में कामयाबी की चमक साफ़ नज़र आ रही थी। सूचना विभाग के बेहद व्यस्त ज़िम्मेदारी को सम्हाल रहे उपनिदेशक नितिन उपाध्याय को यह उपाधि सोशल मीडिया का लोक प्रशासन पर प्रभाव ( Emergence of Social Media : Opportunities and Challenges for Public Administration in India) जैसे आज के दौर में बेहद प्रासंगिक विषय पर आधारित शोध कार्य ( PhD थीसिस) के लिये प्रदान की गयी है। डॉ उपाध्याय ने यह शोध कार्य डॉक्टर आरबी पाण्डेय के कुशल मार्गदर्शन में पूरा किया है।

आपको बताते चले कि डॉ उपाध्याय ने अपने इस शोध में उत्तराखंड ही नहीं बल्कि कई अलग अलग राज्यों में सरकारों द्वारा किये जा रहे सोशल मीडिया के उपयोग के रिसर्च को शामिल किया है । इसके साथ साथ उन्होंने इस शोध कार्य में सोशल मीडिया से जुड़े मौजूदा दौर के नियम कानूनों का भी अध्ययन किया है । इस शोध कार्य में ख़ास तौर पर सरकारी तंत्र में सोशल मीडिया के प्रयोग में आने वाली बाधाओं और चुनौतियों का भी जिक्र किया है।

आपको यहाँ ये भी बताते है कि डॉ नितिन उपाध्याय ने साल 2021 में मास कम्युनिकेशन क्षेत्र में सोशल मीडिया का पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन पर प्रभाव विषय पर अपना शोध कार्य संपन्न किया था जिसमें उन्होंने उत्तराखंड राज्य में लगभग 30 विभागों में कार्यरत अधिकारियों के सोशल मीडिया के प्रयोग पर भी खास तौर पर शोध कार्य शामिल किया है ।

सभी उपाधि धारकों को राज्यपाल गुरमीत सिंह ने बधाई देते हुए कहा कि दीक्षांत लेने वाले सभी छात्र-छात्रा उत्तराखंड और देश के भविष्य को उज्जवल बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. हमें रिसर्च और तकनीकी के क्षेत्र में मजबूत होना है, जो देश के विकास का सबसे बड़ा मानक है। आज डिग्री पाने वाले यह सभी छात्र निश्चित तौर से देश के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ध्यानी ने कहा 5 वर्षों बाद सत्र 2016-17 से 2020-21 तक के 38,791 स्नातक, परास्नातक छात्र-छात्राओं सहित 66 गोल्ड मेडलिस्ट के अलावा वर्ष 2017 से मार्च 2022 तक के 308 पीएचडी धारकों को राज्यपाल ने डिग्री और मेडल प्रदान किया। इसके साथ ही कुलपति ने कहा इस दीक्षांत समारोह में 95 फीसदी से ज्यादा महिलाओं ने उपाधि प्राप्त की है, जो उत्तराखंड के लिए गौरव का विषय है। न्यूज़ वायरस समूह भी देवभूमि के ऐसे प्रतिभा संपन्न अधिकारी डॉ नितिन उपाध्याय को उनकी इस अद्भुत उपलब्धि के लिए शुभकामनाएं देता है।

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