उत्तराखंड के केदारनाथ धाम में बादल फटने की घटना में गाजियाबाद के खोड़ा इलाके के रहने वाले 4 युवक लापता हो गए हैं. गाजियाबाद से 5 युवक हरिद्वार के रास्ते केदारनाथ पहुंचे थे, जहां बादल फटने के बाद आए सैलाब में चार युवक बह गए. इन युवकों के साथ गए एक युवक को वहां बचाव टीम द्वारा रेस्क्यू किया गया, जिसने लापता हुए युवकों के परिवार को घटना की सूचना दी है.
गाजियाबाद से 5 युवक केदारनाथ के लिए गये थे, जिनमें से 4 युवक बादल फटने की घटना के बाद से लापता है. युवकों के साथ गए एक युवक सचिन द्वारा यह सूचना लापता युवकों के परिवार को दी गई. जिसके बाद से लापता युवकों के परिवार की हालत बेहद खराब है और किसी अनहोनी की आशंका में उनके परिवार डरे सहमे हुए हैं. मिली जानकारी के अनुसार लापता चार युवको में सुमित शुक्ला, कृष्णा पटेल, मन्नू, चिराग का अभी कोई सुराग नहीं मिला है. लापता युवकों में एक सुमित के माता पिता के अनुसार उन्हें लापता हुए उनके बेटे के साथ गए एक युवक सचिन ने घटना की जानकारी दी कि चारों युवक बादल फटने के बाद तेज बहाव में बह गए. जबकि सूचना देने वाले युवक सचिन को सुबह बचाव टीम द्वारा रेस्क्यू किया गया.
लापता सुमित के परिवार के अनुसार उनका बेटा और उसके साथ चार अन्य दोस्त हरिद्वार से जल लाने की बात कह कर गए थे, लेकिन उनके बेटे ने बाद में फोन कर उन्हें बताया कि वह केदारनाथ जा रहे हैं और उन्होंने कार को पार्किंग में खड़ा किया है. लापता सुमित ने जब अंतिम बार अपने मां को फोन किया था तो उसने बताया था कि वह केदारनाथ से 7 किलोमीटर की दूरी पर है और पैदल चढ़ाई कर रहे हैं, जिसके बाद उसका फोन कट गया था. उसके बाद से ही मोबाइल स्विच ऑफ हो गया था. मिली जानकारी के अनुसार हादसे के समय वहां मौजूद एक खच्चर वाले ने हादसे में बचे युवक सचिन का हाथ पकड़ कर उसे बचाया. बाद में रेस्क्यू टीम ने उसे सुबह मैदान इलाके में पहुंचाया.