इस साल बढ़ते तापमान ने कई साल के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। वहीं अब बारिश को लेकर भी ऐसी ही संभावना जताई जा रही है। आईएमडी ने भविष्यवाणी की है कि इस वर्ष अधिक बारिश होने की संभावना है। आईएमडी की रिपोर्ट के मुताबिक मानसून के इस मौसम में औसत बारिश के दीर्घकालिक अवधि औसत के 103 फीसद रहने की संभावना है। आईएमडी ने अप्रैल में कहा था कि देश में सामान्य वर्षा होगी, जो दीर्घकालिक अवधि औसत का 99 प्रतिशत होगी। इसके साथ, देश में इस साल 89.6 सेमी तक मौसमी वर्षा दर्ज की जा सकती है। लेकिन जहां देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है. वहीं पूर्वोत्तर, पूर्व, पूर्व-मध्य और दक्षिण-पश्चिम प्रायद्वीपीय भारत के कुछ क्षेत्रों में सामान्य से कम वर्षा हो सकती है। इससे पहले, अप्रैल में, आईएमडी ने कहा था कि देश में सामान्य वर्षा होगी।
दक्षिण भारत में मानसून आगे बढ़ तो रहा है, लेकिन इसकी रफ्तार में मामूली कमी आई है। पिछले 24 घंटों के दौरान, लक्षद्वीप, अंडमान निकोबार द्वीप समूह और केरल में हल्की से मध्यम बारिश हुई। कहीं-कहीं पर भारी बारिश दर्ज की गई। आईएमडी ने बुलेटिन में बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून पूरे केरल पर छा गया है कर्नाटक व तमिलनाडु के कुछ हिस्सों और दक्षिण-पश्चिम के कई इलाकों में आगे बढ़ा है। अरब सागर से आ रही मानसूनी हवाओं के असर से केरल, लक्षद्वीप में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल में एक पश्चिमी विक्षोभ बन गया है, जिसके असर से अगले तीन दिनों के दौरान इन राज्यों में कुछ जगहों पर बारिश हो सकती है। पश्चिमी राजस्थान से हरियाणा, यूपी, बिहार तक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके असर से हरियाणा, दिल्ली उत्तराखंड , और वेस्ट यूपी में गरज के साथ हल्की बारिश की संभावना है। पिछले 24 घंटों के दौरान भी इनमें से कई जगहों पर धूल भरी आंधी और बारिश देखी गई।