देहरादून से कार्यकारी संपादक आशीष तिवारी की स्पेशल रिपोर्ट –
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आखिरकार सस्पेंस खत्म कर उत्तराखंड में गणेश गोदियाल को पार्टी का नया कप्तान बना दिया है । वही जैसा माना जा रहा था पूर्व अध्यक्ष प्रीतम सिंह को विधायक दल का नेता बनाया गया है, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अगले साल होने वाले मतदान के लिए चुनाव प्रचार समिति के प्रमुख होंगे। यानी एक साढ़े सब सधै की रीति पर है कांग्रेस की पहाड़ी डगर …. अंतर्विरोध का ही असर है कि इस बार मैराथन बैठकों और हज़ारों दलीलों के बाद इस बार पार्टी में जीत राम, भुवन कापड़ी, तिलक राज बेहड़ और रंजीत रावत को भी कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। जिसका ऑपरेशन भी अब अंदरखाने शुरू हो गया है।
पूर्व मंत्री नवप्रभात को मेनिफेस्टो कमेटी का अध्यक्ष, प्रदेश के पूर्व प्रमुख किशोर उपाध्याय को समन्वय समिति का अध्यक्ष और प्रकाश जोशी को चुनाव समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। प्रचार समिति के अध्यक्ष सुमित हृदयेश होंगे।कांग्रेस के प्रदेश संगठन में नए फेरबदल और नई महत्वपूर्ण समितियों के गठन के बाद असंतोष के सुर भी सुनाई देने लगे हैं। धारचूला विधायक हरीश धामी ने कुछ नई नियुक्तियों पर सवाल उठाते हुए पार्टी छोड़ने की धमकी दे डाली। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने दूरभाष पर उन्हें समझाने का प्रयास किया है। बताया जा रहा है कि धामी की नाराजगी बरकरार है। उधर विकास नगर से बड़े नेता और पूर्व मंत्री नवप्रभात भी नाराज़ बताये जा रहे हैं और उनके पद लेने से इंकार करने की खबर आ रही है
इधर मीडिया को पहली प्रतिक्रिया देते हुए नवनियुक्त अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि पार्टी युवाओं के सपनों को पूरा करने के लक्ष्य पर आगे बढ़ेगी। अगले विधानसभा चुनाव में भले ही समय कम बचा हो, लेकिन इस चुनौती को अवसर में बदला जाएगा। गणेश गोदियाल पर कांग्रेस नेतृत्व ने विधानसभा चुनाव से ऐन पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है।
आपको बता दें कि गोदियाल जुझारू प्रवृत्ति के अपने सहज स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। नई जिम्मेदारी मिलने से उत्साहित श्रीनगर से पूर्व विधायक गोदियाल ने कहा कि पार्टी अपने सामने अवसर का पूरा लाभ उठाएगी। पार्टी हाईकमान ने उन पर विश्वास जताया है। वह इस पर खरा उतरने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। लेकिन ये बातें कहने सुनंने में जितनी आसान लगती हैं देहरादून के पार्टी मुख्यलय के अंदर बंद कमरों में ये उतनी ही कसैली और दुरूह लगती हैं। खेमों का नया सरदार बन गया नए जंगजू , सिपहसालार और दरबारी सक्रीय हो चुके हैं ऐसे में 2022 की जंग आप और भाजपा के चक्रव्यूह में लड़ना और जीतना नए सरदार ए आला गणेश गोदियाल के लिए किसी करिश्मे से कम न होगी।