देश के सभी नेशनल ला यूनिवर्सिटीज (एनएलयू) के पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड अंडर ग्रेजुएट ला प्रोग्राम तथा एक वर्षीय एलएलएम डिग्री प्रोग्राम में प्रवेश के लिए आगामी कामन ला एडमिशन टेस्ट (क्लैट 2025) का नोटिफिकेशन आ चुका है। क्लैट-2025 के लिए प्रस्तावित तिथि है-1 दिसंबर, 2024। कंसोर्टियम आफ नेशनल ला यूनिवर्सिटीज की ओर से आयोजित इस प्रवेश परीक्षा के लिए आनलाइन आवेदन की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। यदि आप भी इस प्रवेश परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं, तो आइये जानें, इसकी तैयारी की क्या रणनीति होनी चाहिए, जिससे एनएलयू से ला की पढ़ाई का आपका सपना पूरा हो सके…
आगामी क्लैट क्लियर करने के लिए आपको अभी से इसकी तैयारी को गंभीरता से लेना होगा, क्योंकि इस प्रवेश परीक्षा में भी हर साल देशभर से बड़ी संख्या में अभ्यर्थी आवेदन करते हैं, लेकिन नेशनल ला यूनिवर्सिटीज में सीमित सीटों की संख्या होने के कारण सभी को यहां के इंटीग्रेटेड ला प्रोग्राम्स में प्रवेश नहीं मिल पाता है। इस बार क्लैट परीक्षा एक दिसंबर, 2024 को प्रस्तावित है। ऐसे में अभी आपके पास इस परीक्षा की सुनियोजित तैयारी करने के लिए पर्याप्त समय है। क्लैट के प्रश्नपत्र में एप्टिट्यूड, इंग्लिश, लाजिकल रीजनिंग, जनरल नालेज/करेंट अफेयर्स, एलीमेंट्री मैथ तथा नंबर एबिलिटी से जुड़े प्रश्न आते हैं। प्रश्नपत्र में सभी प्रश्न बहुविकल्पीय टाइप के होते हैं। यहां कुछ उपयोगी टिप्स दिये जा रहे हैं, जिससे इस परीक्षा को क्रैक करने में काफी आसानी हो सकती है :
बनाएं प्रैक्टिकल शेड्यूल
अपनी तैयारी के लिए प्रतिदिन के साथ-साथ एक साप्ताहिक शेड्यूल भी बनाएं। इससे आप सभी विषयों के कांसेप्ट को समझते हुए उसे निर्धारित समय के भीतर कवर कर पाएंगे। समय से सिलेबस कवर हो जाने पर रिवीजन और प्रैक्टिस के लिए भी आपके पास ज्यादा समय होगा।
विश्लेषण के साथ अभ्यास
एक बार जब सभी टापिक/कांसेप्ट कवर हो जाएं, तो टापिक वाइज रिवाइज करते हुए उसी दिन उससे संबंधित प्रश्नों को हल करने की प्रैक्टिस भी करें। इससे आपको अपने कमजोर एरिया के बारे में पता चल सकेगा। प्रैक्टिस में जो कमियां दिखें, उसे नोट करके साथ-साथ उन्हें ठीक करने की कोशिश भी करते रहें।
मार्किंग स्कीम पर फोकस
चूंकि इस परीक्षा के लिए अभी लगभग चार माह का वक्त बचा है। ऐसे में पिछले कुछ वर्षों (कम से कम पांच वर्षों) के प्रश्नपत्रों का बारीकी से विश्लेषण करते हुए यह नोट करें कि किन विषयों और टापिक्स से इन वर्षों में सबसे अधिक प्रश्न पूछे गए हैं। फिर उसी के अनुसार अपनी तैयारी पर फोकस करें। जो सेक्शन आपकी पसंद के हैं, उन पर ज्यादा ध्यान देने की कोशिश करें। इससे परीक्षा में अधिक अंक लाने में आपको मदद मिलेगी।
सीमित रखें स्टडी मैटीरियल
क्लैट समेत कोई भी प्रतियोगी परीक्षा हो, सीमित स्टडी मैटीरियल से तैयारी करने में समय व्यर्थ नहीं होता है और किसी तरह की दुविधा की गुंजाइश भी नहीं रहती है। आप सिलेबस को कवर करने वाली पुस्तकों पर अपना अधिक ध्यान एकाग्र कर पाते हैं। इससे स्टडी मैटीरियल का रिवीजन करने का भी पर्याप्त समय मिल जाता है। इसलिए जो किताबें लें, यह देखें कि उसमें सभी टापिक्स स्पष्ट कांसेप्ट के साथ हों और टापिक वाइज प्रैक्टिस टेस्ट भी दिये गए हों।
नोट्स भी बनाते रहें
अभी आप इंग्लिश, जीके, लीगल एप्टिट्यूड, मैथ, लाजिकल रीजनिंग जैसे जिन-जिन विषयों की तैयारी करें, उनके नोट्स भी बनाते चलें। परीक्षा तिथि से कुछ पहले यह रिवीजन में बहुत काम आएगा। बस, यह ध्यान रखें कि जो भी नोट्स बनाएं, वह बहुत सरल और संक्षिप्त भाषा में रहे।