सरवर कमाल –
जिलाधिकारी देहरादून सोनिका ने न्यूज़ वॉयरस को दिए एक इंटरव्यू मे ज़िले से जुड़े हर विकास के मुद्दे पर बात की, देहरादून जिलाधिकारी के अपने अब तक के कार्यकाल के अनुभव के बारे में उन्होंने बताया की स्मार्ट सिटी से जुड़े कामों को लेकर शुरू में काफी चुनौतियाँ थी जिसको पूरा करने के लिए बहुत मेहनत की और निर्णय लिए जिसकी बदौलत आज उस चरण पर आ पहुंचे हैं जिसमे स्मार्ट सिटी से जुड़ी सभी योजनाएं पूरी हो चुकी हैं या पूरी होने के अंतिम चरण में हैं. इसी में उन्होंने आगे कहा कि स्मार्ट सिटी से जुडी विकास योजनाओं में एक ‘ग्रीन बिल्डिंग’ योजना भी थी जिसमे ज़मीन का कोई विवाद थे लेकिन अंतिम रूप से अब भूमि मिल गई है और इसको लेकर योजना अब आगे बढ़ रही है.
देहरादून ज़िले में बहुतायात में प्रॉपर्टी विवादों और भूमाफियाओं को लेकर ज़िलाधिकारी ने साफ़ तौर से कहा कि प्रदेश की राजधानी होने के चलते यहाँ भूमाफ़ियाओं से जुड़े मामले ज़्यादा प्रकाश में आते हैं जिसको लेकर एक बड़ी चुनौती है क्यूंकि ये मामले काफी पेचीदा होते हैं लेकिन फ़िर भी वह उसको रोकने के लिए तत्पर हैं जिसमे अगर ज़मीन से जुड़े विवादों में अगर कोई सरकारी नौकर संलिप्त हो या फ़िर कोई अन्य सभी पर गैंगस्टर या गुंडा ऐक्ट के तहत कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। सिर्फ़ नियम के अनुसार ही ज़मीनों की ख़रीद फ़रोख़्त निश्चित हो.
स्मार्ट सिटी के सीधे आम नागरिक से जुडी कोई योजना के एक सवाल पर उन्होंने कहा की शहर के केंद्र एक लाइब्रेरी का निर्माण किया गया है जिसमे स्कूल, कॉलेजों के छात्र-छात्राएं और गरीब वर्ग के भी सभी छात्र -छात्राएं यहाँ पर अपनी शिक्षा से सम्बंधित सभी किताबों का आसानी से अध्ययन कर सकेंगे। राजपुर रोड का काम भी शुरू हो चुका है क्यूंकि टूरिज़्म के लिहाज़ से ये रोड बहुत महत्वपूर्ण है देश विदेश से आना वाला हर व्यक्ति इस रोड से ज़रूर गुज़रता है.
गवर्नेंस के एक सवाल पर जिलाधिकारी ने मानवता सर्वोपरि के भाव को लिए कहा कि उनकी कोशिश रहती है कि जन समस्याओं का निस्तारण हाथों हाथ हो जाए. मोटिवेशन से जुड़ी एक बात में उन्होंने जवाब दिया की उनको लोगों से मोटिवेशन मिलता है और वो हर किसी से कुछ न कुछ सीखती हैं.