उत्तराखंड में बूस्टर डोज शुरू, रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं, लेकिन ये सर्टिफिकेट है जरूरी

उत्तराखंड में आज से बूस्टर डोज (Booster Dose) लगने लगी है। इस प्रक्रिया में फिलहाल सबसे पहले 60 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों, हेल्थ केयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को बूस्टर डोज लगाई जा रही है।

राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि सभी टीकाकरण केंद्र में स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां पूरी हैं। इसके पहले आपको बता दें कि को-विन एप पर बूस्टर डोज के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 8 जनवरी से शुरू हुआ था। हालांकि  बूस्टर डोज के लिए रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं है। अगर मौजूदा श्रेणी में आते हैं और तो सीधे केंद्र पर जाकर वैक्सीनेशन ले सकते हैं.

हालांकि बूस्टर डोज उन लोगों को ही लगेगी जिन्हें दूसरा टीका लगाए हुए 39 सप्ताह यानी 9 महीने पूरे हो चुके हैं. वैक्सीनेशन सेंटर में दोनों डोज का सर्टिफिकेट दिखाना अनिवार्य होगा। बूस्टर डोज में वही वैक्सीन दी जाएगी जिसकी पहली दो डोज लगी होगी।बूस्टर डोज सबसे पहले 60 साल से ऊपर के बुजुर्ग, हेल्थ केयर में जैसे डॉक्टर, नर्स, हॉस्पिटल स्टाफ, आशा वर्कर्स, आंगनबाड़ी वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स में पुलिसकर्मी, केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवान, सेना के जवान, होमगार्ड, सिविल डिफेंस संगठन, डिजास्टर मैनेजमेंट वॉलिंटियर्स, नगर निकाय कर्मियों को बूस्टर डोज लगाई जाएगी।

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