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सुशील कुमार को क्राइम ब्रांच ने 18 दिन बाद गिरफ्तार किया था.
Sushil Kumar News: 23 वर्षीय पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के मामले में फंसे ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार को आज दिल्ली पुलिस उत्तराखंड के हरिद्वार लेकर पहुंची है, ताकि मामले को लेकर और अधिक सबूत जुटाए जा सकें.
नई दिल्ली. देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम (Chhatrasal Stadium) में 4 मई को हुई पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के मामले में ओलंपिक मेडलिस्ट सुशील कुमार (Sushil Kumar) को आज दिल्ली पुलिस कीब्रांच उत्तराखंड के हरिद्वार (Haridwar) पहुंची है. बता दें कि छत्रसाल स्टेडियम में 23 वर्षीय सागर धनखड़ की हत्या के बाद सुशील कुमार कथित रूप से हरिद्वार में छिपे थे. यही नहीं, इस दौरान पुलिस पहलवान का मोबाइल फोन भी बरामद करने की कोशिश करेगी. इस बात की जानकारी दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने दी है.
बता दें कि दिल्ली पुलिस का मकसद हरिद्वार में बड़े संत के ठिकानों से सबूत जुटाना है. हालांकि इस बात की जानकारी स्थानीय पुलिस को नहीं है. वहीं, क्राइम ब्रांच की टीम पहलवान सुशील कुमार को शरण देने वाले से पूछताछ करेगी. इससे पहले दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच सागर धनखड़ हत्याकांड की जांच के लिए सुशील कुमार को दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में भी लेकर गई थी, ताकि पुख्ता सबूत जुटाए जा सकें. यही नहीं, कई बार तो पुलिस इस मामले में गिरफ्तार सभी नौ आरोपियों को भी एक साथ लेकर घटना स्थल पर गई है.
पहलवान सुशील लग सकता है मकोका
दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, सागर धनखड़ की हत्या के मामले में फंसे सुशील कुमार पर दिल्ली पुलिस मकोका लगाने की तैयारी कर रही है. बता दें कि मकोका की कार्रवाई संगठित अपराध करने वालों पर होती है और ऐसा होने पर सुशील को आसानी से जमानत नहीं मिल सकेगी. मकोका में उम्र कैद तक की सजा का प्रावधान है और 6 महीने तक चार्जशीट दायर कर सकते हैं.ये भी पढ़ें- Sagar Murder Case: दिल्ली पुलिस के इस कदम से जेल में बीतेगी पहलवान सुशील की जिंदगी! जानें पूरा मामला
इसके अलावा दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, क्राइम ब्रांच सुशील कुमार की गैंगस्टरों के साथ कुंडली खंगाल रही है, जिसमें गैंगस्टर संदीप उर्फ काला जठेड़ी, नीरज बवाना और असौदा गैंग शामिल हैं. आरोप है कि पहलवान सुशील इन गैंगों को लोगों की हैसियत और उनके कामकाज की जानकारी देते थे. यही नहीं, पुलिस की मानें तो पहलवान सुशील की भूमिका जेल में बंद दिल्ली के पूर्व विधायक रामबीर शौकीन की तरह है, जो पर्दे के पीछे रहकर अपने भांजे नीरज बवाना के लिए काम कर रहा था.
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