उत्तराखंड के पर्यटक स्थलों और तीर्थ स्थानों तक आम पर्यटक की पहुँच को आसान बाने के लिए धामी सरकार नए कदम उठा रही है। इसी कड़ी में पुष्कर राज में प्रदेश सरकार 31 नए स्थानों पर हेली सेवा को संचालित करने के लिए हेलीपैड बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही है। देहरादून, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा जिलों में ये हेलीपैड बनाए जाएंगे।
प्रदेश में अभी 51 स्थानों पर संचालित हैं हेलीपैड
प्रदेश में हेली सेवाओं का जिस तेज़ी से विस्तार हो रहा है , उसको देखते हुए कहा जा सकता है कि प्रदेश में तीर्थाटन और पर्यटन सेवाओं में आने वाले दिन बेहद अच्छी खबरें लेकर आएंगे। अभी उड़ान योजना के तहत देहरादून से चिन्यालीसौड़, देहरादून से गौचर, देहरादून से टिहरी, देहरादून से श्रीनगर, देहरादून से अल्मोड़ा व हल्द्वानी से पिथौरागढ़ के लिए हेली सेवाओं का संचालन किया जा रहा है। तीर्थाटन को देहरादून से केदारनाथ व चमोली जिले के विभिन्न स्थानों से केदारनाथ व हेमकुंड साहिब के लिए हेली सेवाएं संचालित की जा रही हैं। इन्हें मिलाकर प्रदेश में 51 स्थानों पर हेलीपैड बने हुए हैं।
जिला प्रशासन को दी है जमीन चिह्नित करने की जिम्मेदारी
पर्यटन विभाग ने जिलाधिकारियों को अपने जिलों के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों के निकट हेलीपैड के लिए जमीन चिह्नित करने के निर्देश दिए हैं। मकसद यह है जल्द से जल्द इन जमीनों का अधिग्रहण कर यहां हेलीपैड तैयार कर हेली सेवाओं का संचालन किया जा सके। हेलीपैड बनाने का खर्च प्रदेश सरकार स्वयं वहन करेगी। दिलीप जावलकर (सचिव नागरिक उड्डयन) ने कहा कि प्रदेश में हेली सेवाओं को विस्तार देने की तैयारी चल रही है। इस कड़ी में अब 31 स्थानों पर नए हेलीपैड बनाने की तैयारी है। इसके लिए सभी जिलाधिकारियों को भूमि चिह्नित करने के लिए कहा गया है।