गर्मी प्रचंड रूप अख्तियार कर चुकी है। क्या मैदान क्या पहाड़ ? पसीना और उमस से हलकान लोग सड़को पर निकलने से बचने लगे हैं। मार्च महीने से ही जोरदार गर्मी से लोगों का हाल-बेहाल है। मौसम के बदले स्वरूप से मैदानी ही नहीं पहाड़ी इलाकों में भी लोगों को जलती और चुभती गर्मी का अहसास कराया है। सवाल यह उठ रहा है कि अभी ये हालात हैं तो मई और जून के महीने में क्या होगा। मैदानी इलाकों में 43 डिग्री तक तापमान पहुंच रहा है। वहीं, पहाड़ी क्षेत्र में भी 34 से 35 डिग्री तक तापमान रिकॉर्ड किया जा रहा है। सामान्य से 4 से 5 डिग्री अधिक गर्मी का कारण इस मौसम में बारिश का न होना रहा है।
उत्तराखंड के भी पहाड़ी इलाकों में इस बार मौसम की गर्मी पर्यटकों के लिए परेशानी का कारण बनी हुई है। बरेली में गरज के साथ छींटे पड़ने की आशंका है। वहीं, नैनीताल, हरिद्वार और चमोली में भी बारिश के आसार जताए गए हैं।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गुरुवार की सुबह हल्की बदली छाई रही। बादल के आने से मौसम में हल्का ठंडापन देखने को मिला। लेकिन, जैसे ही दिन चढ़ना शुरू हुआ, बादल गायब हो गए और लोगों को तीखी धूप का सामना करना पड़ा। सुबह 8 बजे ही तापमान 28 डिग्री सेल्सियस के पार चला गया। दिन में अधिकतम तापमान 39 डिग्री तक जा सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 10 दिन शहर में बारिश के आसार नहीं हैं। अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है। वहीं, न्यूनतम तापमान के 26 डिग्री के आसपास रहने की उम्मीद जताई गई है। नोएडा में भी बादलों का असर गुरुवार को देखा गया। दिन में भी बादल छाने की संभावना है।
इसके बाद भी गर्मी के असर में कोई कमी नहीं दिखेगी। अधिकतम तापमान 41 डिग्री रहने की उम्मीद है। शहर में गुरुवार के बाद अगले 10 दिन बारिश जैसी स्थिति उत्पन्न नहीं होने की संभावना जताई गई है। देहरादून के आसमान में भी सुबह को बदली छाई रही। इसके बाद भी गर्मी का प्रकोप देखा गया। गुरुवार को अधिकतम तापमान 37 डिग्री रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने बरेली में गुरुवार को गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान जताया है।
आखिर में बात पहाड़ की करें तो पर्यटन सीजन शुरू हो चुका है , हिल स्टेशन पर सैलानी आने लगे हैं लेकिन जिस तरह से अभी पहाड़ गर्मी से जल रहा है उसमें टूरिस्टों का मज़ा खराब कर दिया है। लेकिन उम्मीद की जा रही है कि कुछ दिनों में ये फ़िज़ां बदलेगी और मौसम खुशगंवार हो जायेगा।