देश का भविष्य आने वाली युवा पीढ़ी पर टिका है, और इसलिए अगर उनकी शिक्षा ठीक से नहीं होगी तो आने वाली युवा पीढ़ी कैसे मजबूत बनेगी। शिक्षा से ही कुछ ऐसी खबरें सामने आई हैं, जिन्हें जनता तक पहुंचाना हमारा काम है। बता दें कि उत्तराखंड के पौड़ी जिले के स्कूलों में छात्रों को पढ़ाने के लिए शिक्षकों की कमी है तो शिक्षण कार्यों को पूरा करना एक बड़ी चुनौती बन जाती है। कोट प्रखंड के शासकीय इंटर कॉलेज डोंडाल का भी हाल कुछ ऐसा ही है। जहां शिक्षकों की कमी से छात्रों की पढ़ाई प्रभावित होने से अभिभावक काफी परेशान हैं।
शिक्षकों की कमी के कारण छात्रों के भविष्य पर असर पड़ रहा है। विद्यालय के परीक्षा परिणाम लगातार प्रभावित हो रहे हैं। इसको लेकर ग्रामीण परेशान हैं। स्कूल में रसायन विज्ञान, हिंदी, अंग्रेजी, गणित जैसे महत्वपूर्ण पद खाली चल रहे हैं। वहीं एलटी में जहां गणित का पद खाली है, वहीं अंग्रेजी के शिक्षक भी 2 साल से अटैचमेंट में चल रहे हैं। जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। ग्रामीणों ने शिक्षकों की कमी दूर करने के लिए अन्यत्र संलग्न शिक्षकों को स्कूल भेजने की मांग उठाई है।
स्कूल के प्रभारी अवतार सिंह गुसाईं ने माना है कि शिक्षकों की कमी के कारण परीक्षा परिणाम में गिरावट आ रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के न होने से बच्चों को भी परेशानी हो रही है। उधर, गढ़वाल मंडल के अतिरिक्त माध्यमिक शिक्षा निदेशक महावीर सिंह बिष्ट ने बताया कि गढ़वाल मंडल के जिन स्कूलों में शिक्षकों की कमी है। जल्द ही उनमें शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। साथ ही बताया कि 2 साल से अटैचमेंट में चल रहे शिक्षक को शासन स्तर पर अटैच किया गया है। वह स्वयं न तो आसक्ति के पक्ष में रहता है और न ही किसी शिक्षक से आसक्त होता है।