पिछले साल वित्त वर्ष में केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत एलपीजी सिलेंडर लेने वाले 90 लाख लाभार्थियों ने दोबारा सिलेंडर भराया नहीं है। इसके साथ करीब 1 करोड़ लाभार्थी ऐसे भी हैं जिन्होंने केवल एलपीजी कनेक्शन लेने के बाद साल में एक बार ही सिलेंडर को भरवाया है। यह स्थिति तब है जब हाल में सम्पन्न हुए उत्तर प्रदेश चुनावों के बाद भाजपा ने यह दावा किया कि लाभार्थियों ने बड़ी संख्या में उसे वोट किया है।
आरटीआई कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौर की ओर से दाखिल की गई आरटीआई में यह खुलासा हुआ है, जिसमें उन्होंने तीनों सरकारी तेल वितरण कंपनियों इंडियन ऑयल कारपोरेशन लिमिटेड हिंदुस्तान पेट्रोलियम लिमिटेड और भारत पेट्रोलियम लिमिटेड से जानकारी मांगी थी
उज्ज्वला योजना को पीएम मोदी की ओर से 1 मई 2016 को उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में लॉन्च किया गया था। मार्च 2020 इस योजना के तहत 8 करोड़ एलपीजी सिलेंडर देने का लक्ष्य रखा गया था और सरकार ने लक्ष्य से अधिक करीब 9 करोड़ गैस कनेक्शन दिए गए। वित्त वर्ष 2021-22 में उज्ज्वला 2.0 को लॉन्च किया गया है।
आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार, इंडियन ऑयल ने बताया कि मार्च 2021 तक दिए एलपीजी कनेक्शनों में से करीब 65 लाख ग्राहकों ने पिछले वित्त वर्ष में एलपीजी सिलेंडर भराया ही नहीं है जबकि हिंदुस्तान पेट्रोलियम के 9.1 लाख और भारत पेट्रोलियम के 15.96 लाख ग्राहकों ने एलपीजी सिलेंडर भराया ही नहीं है। भारत पेट्रोलियम ने बताया कि यह आंकड़ा सिंतबर 2019 तक उज्जवला योजना के पहले फेस में दिए गए कनेक्शनों का हैं।