16 साल का निखिल शर्मा विज़न टेक्नोलॉजी इन्नोवेशन प्राइवेट लिमिटेड नाम के स्टार्टअप का सीईओ है
-ब्यूरो रिपोर्ट-, उद्योग निदेशालय में आयोजित कार्यक्रम मंत्री जोशी ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा योजनाओं तथा नीतियों के माध्यम से जहां राज्य में रोजगार के अवसरों में वृद्धि का प्रयास किया गया है वहीं नवोन्मेशी विचारों को उद्यम में परिवर्तित करने तथा युवाओं की सृजनशीलता को सकारात्मक दिशा देने के उद्देष्य से स्टार्ट-अप नीति लागू की गई है। इस नीति के माध्यम से युवाओं को रोजगार सृजन एवं अपना बॉस स्वयं बनने की ओर प्रेरित कर स्टार्ट-अप इको सिस्टम तैयार करने का प्रयास किया गया हैै। राज्य सरकार स्टार्ट-अप नीति के माध्यम से कॉलेज स्तर से उद्यमिता को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है। युवाओं को रोजगार खोजने वाले के स्थान पर रोजगार प्रदाता के रूप में प्रोत्साहित करने के लिए स्वरोजगारपरक कई योजनायें चलायी गयी हैं। राज्य में स्टार्ट-अप को बढ़ावा दिए जाने तथा इन्क्यूबेटर्स की स्थापना को प्रोत्साहित किये जाने एवं राज्य को स्टार्ट-अप के लिए एक प्रमुख गन्तव्य के रूप में विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है।
राज्य के युवाओं को नवोन्मेश एवं उद्यमिता की ओर प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से वर्श 2019 तक सभी जनपदों में दो दिवसीय बूट कैम्प आयोजित किये जाते रहे हैं, परंतु कोविड परिस्थितियों के कारण वर्ष 2020-21 के बूट कैम्प वर्चुअल मोड से कराये गये हैं, जिसका फरवरी, 2021 में ग्रैण्ड चैलेंज कराया गया था तथा आज इन विजेताओं को 50-50 हजार रू0 की धनराशि पुरस्कार तथा प्रोत्साहन के रूप में प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप नवाचारी विचारों को उद्यम में परिवर्तित कर राज्य की चुनौतियों का समाधान निकालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं तथा युवाओं को स्वरोजगार की ओर प्रेरित कर राज्य के आर्थिक विकास को गति प्रदान कर सकते हैं। राज्य सरकार स्टार्ट-अप को हर क्षेत्र में सहयोग प्रदान करने के लिए कृत संकल्प है। यह भी अवगत कराया गया कि गत दो संस्करणों के विजेताओं में से अधिकांष विजेता अपनी स्टार्ट-अप कंपनी स्थापित कर चुके हैं।
इस अवसर पर विधायक धर्मपुर विनोद चमोली, सचिव उद्योग अमित नेगी, निदेशक उद्योग सुधीर चन्द्र नौटियाल सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।