हाल ही में आपने सोशल मीडिया, टेलीविजन पर देखा और सुना होगा कि इस शख्स के घर पर आयकर विभाग ने छापेमारी की और छापेमारी के बाद वह सोशल मीडिया और मीडिया के जरिए कई तस्वीरें शेयर करते है जो वायरल हो रही होती हैं। जिसमें नजर आ रहा है कि आयकर छापेमारी में काफी पैसा, सोना वगैरह जब्त किया गया है। आपने फिल्मों में भी देखा होगा कि जब इनकम टैक्स के अधिकारी रेड मारते हैं तो क्या होता है, इनकम टैक्स रेड में ऑफिसर्स दबिश देते हैं और फर्जी संपत्ति की जांच करते हैं।लेकिन, आज हम आपको बताते हैं कि जब्त करने के क्या नियम हैं, और जब्त किए सामान के साथ क्या किया जाता है?
आपको बता दे की छापेमारी करने वाले व्यक्ति से सामान जब्त करने के भी कई नियम हैं। कंप्यूटर आदि की जांच में वे सिस्टम की हार्ड डिस्क अपने साथ ले जाते हैं और नकदी, जेवर जब्त कर लेते हैं। फिर जो सामान जब्त किया जाता है, उसकी जानकारी अगले पक्ष को भी दी जाती है और फिर उनका सत्यापन किया जाता है। तलाशी अभियान के बाद बयान भी दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा यदि किसी व्यापारिक प्रतिष्ठान पर छापा मारा जाता है तो बिक्री के लिए रखा माल जब्त नहीं किया जाता है।
अब बात करते है जब्त की गई संपत्ति का किया लय जाता है , सबसे पहले तो आयकर विभाग उस पैसे को बैंक में जमा करता है। इनमें आयुक्त से जुड़े खाते भी शामिल हैं। इसके बाद पूरी संपत्ति आय आदि की जांच की जाती है और उसके बाद कर की गणना की जाती है, जिसमें जुर्माना आदि भी शामिल होता है। फिर कर की मांग की गणना की जाती है और न्यायाधिकरण में फिर से सेट की जाती है और शेष भुगतान वापस कर दिया जाता है।