हाल ही में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गर्ल्स हॉस्टल में तब हड़कंप मच गया, जब हॉस्टल में रहने वाली लड़की को कमरे के बाथरूम में स्पाई कैमरा लगा हुआ मिला. प्रयागराज कोई पहली जगह नहीं है, जहां ऐसा मामला सामने आया हो. इसके पहले भी हॉस्टल, होटल रूम, बाथरूम, चेजिंग रूम या यूं कहें की हर वो जगह जहां बाहर जाने के बाद एक लड़की को प्राइवेसी चाहिए होती है, वहां पर हिडन कैमरे लगे होने की बात सामने आ चुकी है.
आखिर ये स्पाई कैमरा या हिडन कैमरा क्या होता है? इसको लगाने का उद्देश्य क्या होता है? और सबसे जरूरी की किसी भी जगह पर आप कैसे इस बात का पता लगा सकते हैं कि वहां कैमरा लगा है या नहीं? ये वो सवाल हैं, जो हर किसी के जहन में हैं. आज के इस आर्टिकल में हम आपके लिए ऐसे ही कई सवालों का जवाब लेकर आए हैं.
हिडन कैमरा किसको कहते हैं ?
जब किसी हॉस्टल, होटल रूम, बाथरूम और चेजिंग रूम जैसी जगहों पर छुपा कर कैमरा लगाया जाता है, तो उसे हिडन कैमरा कहते हैं. इसका यूज लोगों को ब्लैकमेल करनें के लिए किया जाता है. इन जगहों पर हो सकते हैं हिडन कैमरा
आपके कमरे में डिजिटल टीवी, एयर फिल्टर, दीवार पर सजी किसी चीज के अंदर, घड़ी में, पेन में, मिरर के पीछे, फ्लॉवर पॉट में और स्मोक डिटेक्टर जैसी जगहों पर हिडन कैमरा छुपाया जा सकता है… ऐसे करें चेक मोबाइल फोन की फ्लैश लाइट से
अधिकतर कैमरा लेंस में लाइट दिखती है. अगर किसी जगह पर हिडन कैमरा लगा हुआ है, तो वो भी लाइट में चमक सकता है. इसे चेक करने के लिए आप उस कमरे की लाइट बंद करके अपने फोन की फ्लैश लाइट जलाकर देख सकते हैं. अगर कोई चमकती हुई चीज दिख जाए, तो उसे अच्छे से चेक करें वो हिडन कैमरा हो सकता है…
कमरे में रखी संदिग्ध डिवाइस
अगर आप अपने कमरे में किसी संदिग्ध उपकरण को पाते हैं और आपको समझ नहीं आता कि उसका यूज क्या है, तो आप उसे किसी कपड़े से ढ़क दें. अगर वो इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है, तो उसे अनप्लग कर दें. हो सकता है कि उस जगह पर कोई हिडन कैमरा लगा हुआ हो.
डिटेक्टिफाई और रडारबॉट की मदद
अगर आप अपने कमरे में छिपे हुए डिवाइस का पता नहीं लगा पा रहे हैं और आपको उस जगह पर डाउट है, तो आप एप्लिकेशन की मदद ले सकते हैं. डिटेक्टिफाई और रडारबॉट जैसे कुछ एप्लिकेशन हैं, जिन्हें आप एंड्रॉइड फोन पर डाउनलोड करके हिडन कैमरे का पता लगा सकते हैं. ये एप्लिकेशन पूरी तरह से फ्री हैं.