कपिल सिंह का कद बढ़ाया गया,निर्माण विंग के मुख्य महा प्रबंधक बने,मुख्यमंत्री का विजन करेंगे साकार

मो.सलीम सैफी
न्यूज वायरस नेटवर्क

उत्तराखंड पेयजल संसाधन विकास एवं निर्माण निगम में अफसरों के बड़े पैमाने पर तबादले किए गए हैं । खास बात यह है कि इस बार उन अधिकारियों को खास तवज्जो दी गई है जो फील्ड से लेकर ऑफिस तक रिजल्ट ओरिएंटेड और विकास योजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाने के मामले में शानदार रिकॉर्ड रखते हैं ।

विभाग के मुखिया और सचिव अरविंद सिंह ह्यांकी के आदेश पर जिन अधिकारियों के तबादले किए गए हैं उनमें सबसे अहम नियुक्ति कपिल सिंह की हुई है जो अपनी कार्यकुशलता के लिए जाने जाते है,उनका इतिहास रहा कि उन्होंने जिस प्रोजेक्ट को हाथ में लिया या उन्हें सौंपा गया वो मिल का पत्थर साबित हुआ,अभी तक कपिल सिंह महाप्रबंधक(निर्माण विंग) कुमाऊं एवं अधीक्षण अभियंता,अल्मोड़ा के पद पर तैनात थे जिन्हे पेयजल निगम के निर्माण विंग का सीजीएम बनाया गया है,कपिल सिंह एक अनुभवी और कुशल इंजीनियर तो है ही बल्कि मृदुभाषी और सौम्य व्यवहार के धनी है,कपिल सिंह के कुशल नेतृत्व में हुए निर्माण कार्य उच्च कोटि के है और निर्धारित समय अवधि से पूर्ण तैयार कराए गए है,कपिल सिंह जिस तेजी से निर्माण कार्यों को पूर्ण करते है उससे ने केवल सरकार के राजस्व की बचत होती है बल्कि पेयजल की उम्दा छवि में भी इजाफा होता है।

अनुपम रतन महाप्रबंधक गढ़वाल निर्माण विंग पेयजल संसाधन विकास एवं निर्माण निगम देहरादून को अब मुख्य अभियंता और तकनीकी सलाहकार राज्य परियोजना प्रबंधन ग्रुप यानी नमामि गंगे के पद पर तैनात किया गया है । वही बात करें एक और अहम तबादले की तो उसमें अधीक्षण अभियंता मृदुला सिंह , निर्माण मंडल उधमसिंह नगर को महाप्रबंधक कुमाऊं निर्माण विंग उत्तराखंड पेयजल संसाधन विकास एवं निर्माण निगम हल्द्वानी के पद पर तैनात किया गया है। इसी कड़ी में एक और अहम फेरबदल हुआ है महाप्रबंधक मुख्यालय एवं महाप्रबंधक प्रशासन पेय जल निगम सोहित कुमार बरनवाल का , जिन्हें अब महाप्रबंधक गढ़वाल निर्माण विंग उत्तराखंड पेयजल संसाधन विकास एवं निर्माण निगम देहरादून के पद पर तैनात किया गया है और उन्हें बाकी के सभी विभाग यथावत सौंपे गए हैं।

भू सर्वेक्षण प्रधान कार्यालय उत्तराखंड से सम्बद्ध महाप्रबंधक अनुज कौशिक को भी इन ताज़ा तबादलों में नई जिम्मेदारी सौंपी गई है कौशिक को इकाई समन्वयक , परियोजना प्रबंधन इकाई, स्वजल परियोजना के पद पर पूर्णकालिक रूप से तैनाती दे दी गई है।

इन नए फेरबदल के पीछे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उन महत्वाकांक्षी योजनाओं को परवान चढ़ाना है जो केंद्र और राज्य सरकार की प्रमुखताओं में शामिल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी हर घर स्वच्छ जल पहुंचाने के लिए जिस तरह से योजनाओं को लागू कर रहे हैं उन्हें धरातल पर साकार करना अब इन्हीं अनुभवी अफसरों के कंधे पर होगी। उम्मीद की जानी चाहिए कि इस नई तैनाती के बाद पेयजल जैसे अहम विभाग में फाइलों की रफ्तार और जनता की शिकायतों के निस्तारण में तेजी आएगी।

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