देहरादून से मोहम्मद अरशद की खास रिपोर्ट
उत्तराखंड : करुणा को देखते हुए उत्तराखंड में कावड़ यात्रा रद्द कर दी गई है साथ ही प्रशासन ने आवर कांवरियों को रोकने के लिए चेतावनी जारी कर दी है प्रतिबंध के बावजूद भी अगर कोई कावड़ लेने आता है तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा,।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कांवङ यात्रा के संबंध में सचिवालय में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में कोविड के डेल्टा प्लस वैरियेन्ट के पाये जाने, कोविड की तीसरी लहर की आशंका और देश-विदेश में इसके दुष्प्रभावों पर गहन विचार-विमर्श किया गया। इस संबंध में विशेषज्ञों की राय पर भी विचार किया गया। मनुष्य जीवन की रक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए आगामी काँवड़ यात्रा को स्थगित रखने का निर्णय लिया गया।
उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री ने कहा।
उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री और राज्य सरकार के प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बड़े हदय के है और जनहित में कावड़ यात्रा स्वागत करने के राज्य सरकार के निर्णय से नाराज नहीं हो सकते उनियाल ने कहा है कि पहले भी सरकार ने इसे रद्द किया था लेकिन कोविड-19 के मद्देनजर जब कावड़ यात्रा पर पूर्ण विचार किया गया तो इसे स्थगित करना उचित समझा गया ,,
कावड़ यात्रा क्यों कहा जाता है,
इस में आने वाले श्रद्धालू लकड़ी पर दोनों और टिकी हुई टोकरियों के साथ पहुंचते हैं और इन्हें टोकरियों मैं गंगाजल लेकर लौटते हैं इस कावड़ को लेकर लगातार यात्रा के दौरान अपने कंधे पर रखकर यात्रा करते हैं इसके लिए यात्रा कावड़ कहां जाता है,