सिग्नेचर लोन आप कोई भी काम करने के लिए बैंक से ले सकते हैं. चाहें अस्पताल का बिल भरना हो कहीं घूमने जाना हो. अगर आप चाहें, तो घर की रिपेयरिंग करने के लिए सिग्नेचर लोन ले सकते हैं. खास खास बात यह है कि इसे चुकाने के लिए बैंक आपको लंबा टाइम देता है.
आपने होम लोन, एजुकेशन लोन, पर्सनल लोन और गोल्ड लोन के बारे में सुना होगा. आपके जानने वालों में से कई लोगों ने होम लोन या पर्नल लोन ले रखा होगा. होम या पर्सनल लोन लेने के लिए बहुत ज्यादा तामझान करना पड़ता है. अगर आपका क्रेडिड स्कोर अच्छा है और साथ ही आपकी फिक्स्ड इनकम है, तो बैंक असानी से लोन पास कर देता है. इसके लिए कुछ दस्तावेज और आईडी प्रूव बैंक में जमा करने पड़ते हैं. लेकिन, सिग्नेचर लोन के साथ ऐसा नहीं है. यह एक अलग तरह का लोन है, जो बैंक किसी व्यक्ति को उसके सिग्नेचर के बदले देता है.
खास बात यह है कि कई लोगों ने सिग्नेचर का नाम भी नहीं सुना होगा. ज्यादातर लोग होम लोन, पर्सनल लोन और एजुकेशन लोन के बारे में ही जानते हैं. लेकिन, बैंकों द्वारा सिग्नेचर लोन भी चालाया जाता है. सिग्नेचर लोन लेने के लिए व्यक्ति को सिर्फ अपना दस्तखत करना पड़ता है और उसके खाते में लोन की राशि पहुंच जाती है. तो आइए जानते हैं आखिर सिग्नेचर लोन क्या है और किस तरह के लोगों को यह लोन मिलता है.
सिग्नेचर लोन को गुड फेथ लोन या कैरेक्टर लोन के नाम से भी जानाता है. या आसान भाषा में कहें तो यह भी एक तरह का पर्सनल लोन होता है. इस लोन को बैंक बिना किसी कोलैटरल के जारी करते हैं. लेकिन इसका रेट ऑफ इंटरेस्ट होम लोन, पर्सनल लोन या एजुकेशन लोन से भी ज्यादा होता है. हालांकि, क्रेडिट कार्ड की ब्याज दर से इसका रेट ऑफ इंटरेस्ट कम ही रहता है.
गारंटर को बैंक कब खोजता है
सिग्नेचर लोन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस लोन को देने से पहले बैंक कस्टमर का क्रेडिट हिस्ट्री चेक करते हैं. जब बैंक को पूरा विश्वास हो जाता है कि लोन लेने वाला शख्स आसानी से कर्ज चुका देगा, तभी वह लोन पास करता है. वहीं, कई बार बैंक सिग्नेचर लोन देने से पहले साथ एक गारंटर का सिग्नेचर भी लेता है. हालांकि लोन देने के बाद गारंटर को बैंक तब खोजता है, जब लोन लेने वाला ईएमआई नहीं भरता है.