Flash Story
पीठ के दर्द से उठना-बैठना हो गया है मुश्किल, तो इन तरीकों से पाएं आराम
केदारनाथ धाम पहुंची मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, पुनर्निर्माण एवं विकास कार्यों का लिया जायजा
बेहद गरीब दिखने वाले ये हैं महाराणा प्रताप के वंशज 
पत्नी के नाम पर खरीदते हैं संपत्ति तो जान लें  नियम
भारत में यहां एक दिन में इतने रुपये का ही पेट्रोल-डीजल खरीद सकेंगे लोग 
उधमसिंह नगर : पीलीभीत में बारातियों की गाड़ी पलटी, तीन महिलाओं की मौके पर मौत 
पौड़ी : नाबालिग वाहन चालकों के खिलाफ पौड़ी पुलिस ने की ताबड़तोड़ कार्यवाही 
E PAPER OF 02 MAY 2024
DBS:फेस्ट में दून कालेजों के छात्रों का संगम,समापन सत्र में पहुंचे मंत्री सुबोध उनियाल

खर्राटे की आवाज बन रही तलाक का कारण

खर्राटे की आवाज की वजह से लोगों को तलाक हो रहा है. अमेरिका में तलाक की तीसरी सबसे बड़ी वजह खर्राटे है, लेकिन खर्राटे क्यों आते हैं क्या इसका कोई इलाज नहीं है? कैसे इस समस्या को काबू में किया जा सकता है. आइए इस बारे में एक्सपर्ट्स से जानते हैं. खर्राटे किसी को भी आ सकते हैं और बढ़ती उम्र के साथ ये समस्या ज्यादा हो जाती है. स्थिति इस हद तक पहुंच जाती है कि खर्राटे के कारण कपल का तलाक तक हो जाता है. हाल ही में अमेरिकन अकेडमी ऑफ स्लीप मेडिसिन की एक रिपोर्ट आई है, जिसमें बताया गया है कि खर्राटे की वजह से अमेरिका में कपल एक दूसरे से तलाक ले रहे हैं और अमेरिका में तलाक की तीसरी सबसे बड़ी वजह खर्राटे है. भारत में भी खर्राटे की समस्या बढ़ रही है. देश में करीब 20 फीसदी लोग सोते समय खर्राटे लेते हैं. हालांकि भारत में ये तलाक का कारण तो नहीं बन रहा, लेकिन इसे पति पत्नी के रिश्तों में कड़वाहट जरूर घुल रही है. इस बीच ये जानना जरूरी है कि आखिर खर्राटे आते क्यों हैं? क्या ये खतरनाक हैं और क्या इनका कोई इलाज नहीं है? आइए इस बारे में डॉक्टरों से जानते हैं.

क्यों आते हैं खर्राटे

हॉस्पिटल में एचओडी प्रोफेसर डॉ. बताते हैं कि खर्राटे आने की समस्या किसी भी व्यक्ति को हो सकती है. मेडिकल की भाषा में इसको स्नोरिंग कहते हैं.खर्राटे तब आते हैं जब मुंह में जीभ और गले की मांसपेशियां गहरी नींद के दौरान रिलेक्स होने लगती है. कुछ लोगों में इस दौरान गले के टिश्यू रेस्पिरेटरी ट्रेक्ट को डिस्टर्ब कर देते हैं. जिससे नाक और मुंह में कंपन होने लगती है. यही आवाज खर्राटे के रूप में सामने आती है.

खर्राटे आने के कई कारण होते हैं. इनमें सबसे प्रमुख है स्लीप एप्रिया की समस्या. स्लीप एप्रिया नींद से संबंधित एक बीमारी है. इसके अलावा खर्राटे आने का दूसरा बड़ा कारण साइनस है. कई मामलों में गले में हुआ कोई इंफेक्शन और टॉन्सिल भी खर्राटे आने का कारण बन सकता है.

क्या खर्राटे आना कोई बीमारी है?

डॉ कहते हैं कि खर्राटे की समस्या को आम परेशानी मानकर नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. ये एक हेल्थ कंडीशन है जिसका इलाज जरूरी है. इसका ट्रीटमेंट आसानी से दवाओं और लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करके किया जा सकता है. लेकिन इससे पहले ये जरूरी है कि व्यक्ति खर्राटे की परेशानी को एक बीमारी समझे और इसका इलाज जरूर कराए. इसके लिए डॉक्टर पहले आपके मेडिकल इतिहास के बारे में भी पूछेगा और कुछ टेस्ट करेगा. जिससे यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि आपका रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट क्यों बाधित हो जाता है. डॉक्टर टेस्ट करेगा कि कहीं आपको राइनाइटिस या साइनसाइटिस, सूजे हुए टॉन्सिल जैसी कोई समस्या तो नहीं है. इसके लिए इमेजिंग टेस्ट. एक्स-रे, एमआरआई स्कैन, या सीटी स्कैन किया जा सकता है.

क्या है इलाज और बचाव?

डॉक्टर आपको वजन कम करने, धूम्रपान छोड़ने या सोने से पहले शराब पीना बंद करने की सलाह देंगे. खर्राटे की समस्या से बचाव के लिए आप एक मेडिकल डिवाइस को भी यूज कर सकते हैं. सोते समय अपने मुंह में एक छोटा प्लास्टिक उपकरण रख सकते हैं. यह आपके जबड़े या जीभ को घुमाकर आपके वायुमार्ग को खोल देता है, जिससे खर्राटे नहीं आते हैं. सर्जरी की मदद से भी खर्राटे आने की समस्या को खत्म किया जा सकता है.डॉक्टर आपके गले के कुछ टिश्यू को हटा सकता है या उन्हें छोटा कर सकता है. इससे खर्राटों की समस्या को कम किया जा सकता है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top