यात्रा मार्गों पर घोड़े और खच्चरों की निगरानी कर रही 40 टीम – सौरभ बहुगुणा

उत्तराखंड :  उत्तराखंड चारधाम यात्रा पर देश के विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु आ रहे हैं, जिससे चारोंधामों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली थी, लेकिन अब यात्रा लगभग सामान्य हो गई है. यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की मौत हो रही है, तो वहीं दूसरी ओर घोड़े और खच्चरों की मौत के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं. दरअसल 20 दिनों में 20 घोड़े-खच्चरों की मौत हो चुकी है. यानी रोजाना एक घोड़े-खच्चर की मौत हो रही है. घोड़े-खच्चरों से क्रूरता के मामले में अभी तक दो संचालकों पर एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है.

कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि घोड़े-खच्चर यात्रा में अपनी सहभागिता दे रहे हैं. चारधाम यात्रा शुरू होने से करीब एक महीना पहले ही हर जिले में छोटे-छोटे कैंप लगाकर घोड़े और खच्चरों का रजिस्ट्रेशन कराया गया था, ताकि लोगों को किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत ना हो. चारधाम यात्रा में 20 दिन का समय बीत गया है, लेकिन अभी तक पशुओं के उत्पीड़न का कोई भी वीडियो सामने नहीं आया है. उन्होंने कहा कि पिछली बार पशुओं के उत्पीड़न के तमाम वीडियो सामने आए थे, जिसको देखते हुए 40 लोगों की स्पेशल टीम बनाई गई, जो यात्रा मार्गों पर घोड़े और खच्चरों की निगरानी कर रही है।
सौरभ बहुगुणा ने कहा कि इस साल 7 वेटनरी डॉक्टर्स की तैनाती की गई है. सभी घोड़े और खच्चरों को पहली बार फ्री में एंटी टिटनेस के इंजेक्शन लगाए गए हैं. अभी तक 20 घोड़े-खच्चरों की मौत हुई है, जबकि पिछले साल 20 दिन में करीब 27 घोड़े -खच्चरों की मौत हुई थी. इस साल 2 घोड़ों की मौत गिरने से और कुछ घोड़ों की मौत स्ट्रेस की वजह से हुई है. उन्होंने कहा कि इस साल यात्रा थोड़ी लेट शुरू हुई है और गर्मी बहुत ज्यादा है, जिसको देखते हुए डॉक्टर्स को निर्देश दिए गए हैं कि गर्मी की वजह से किसी भी पशु की मौत नहीं होनी चाहिए।

मंत्री ने कहा कि यात्रा मार्ग पर घोड़े-खच्चरों के लिए इस सीजन में जिस तकनीक से गर्म पानी की व्यवस्था की गई है, उससे हर समय गर्म पानी उपलब्ध हो रहा है. ऐसे में इस तकनीकी को यात्रा मार्गों पर तीन और जगह लगाया जाएगा, जिसके लिए टेंडर किए गए हैं, ताकि हर समय पर्याप्त मात्रा में घोड़े-खच्चरों को गर्म पानी उपलब्ध हो सके. उन्होंने कहा कि अभी तक 15 लोगों के चालान किए गए हैं, जबकि 140 कमजोर घोड़ों को यात्रा मार्ग से हटाया गया है ,

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