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E PAPER OF 18 MAY 2024
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पहाड़ में जमानत जब्त करा चुके इन नेताओं का क्या है राजनीतिक भविष्य

पहाड़ में इस बार नतीजे अप्रत्याशित रहे , इस दौरान उत्तराखंड ने सभी अनुमान को पीछे छोड़ते हुए बड़े बड़े धुरंधरों को हार से दो चार कराया है। हरीश रावत से पेशकर सिंह धामी और आप के प्रदेश में टॉप लीडर कर्नल अजय कोठियाल की हार ने चौंकाया है। नई सरकार तो भाजपा की ही बन रही है लेकिन इसके पहले जिस तरह से खुद भाजपा के मुख्यमंत्री खटीमा हार गए और सरकार का समीकरण बिगड़ गया उसके बाद रोजाना चुनावी नतीजों से जुड़े नए नए तथ्य भी सामने आ रहे हैं।

उत्तराखंड की कुल 70 विधानसभा सीटों के लिए 632 प्रत्याशियों ने अपनी किस्मत आज़माई थी, लेकिन इनमें से 75 फीसदी यानी 474 प्रत्याशी तो ज़मानत भी ज़ब्त होने से बचा नहीं सके (यह प्रतिष्ठा बचाने का मुहावरा है). अप्रत्याशित नतीजों के बीच यह भी एक फैक्ट है कि राज्य की दोनों मुख्य पार्टियों BJP और कांग्रेस के प्रत्याशियों के नाम भी इस लिस्ट में हैं, तो आम आदमी पार्टी के तो 70 के 70 प्रत्याशी ज़मानत बचाने में नाकाम रहे.

आम आदमी पार्टी ने रिटायर्ड कर्नल अजय कोठियाल को पार्टी का मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया था, लेकिन वह भी अपनी ज़मानत बचाने में नाकाम रहे. गंगोत्री विधानसभा का मिथक रहा है कि जिस पार्टी का प्रत्याशी यहां से जीतता है, राज्य में उसी पार्टी की सरकार बनती है .सी मिथक के चलते आम आदमी पार्टी ने कोठियाल को यहां से उतारा, लेकिन ज्यादातर लोगों को लगता था कि आप के लिए पहाड़ में उम्मीद नज़र आ रही है लेकिन आया नतीजा उल्टा आप उम्मीदवार ने कुल 6161 वोट ही हासिल किए और तीसरे नंबर पर आ कर अटक गए .

नाम बड़े दर्शन छोटे जैसी हुयी हालत – 
2022 के रण में भाजपा, कांग्रेस और आप ने सभी 70 सीटों से उम्मीदवार खड़े किए.हालांकि  बसपा ने 60, सपा ने 56 और यूकेडी ने 46 उम्मीदवार ही मैदान में उतारे.260 उम्मीदवार गैर मान्यता प्राप्त दलों के या निर्दलीय थे.  इन तमाम उम्मीदवारों में से 75 फीसदी अपनी जमानत नहीं बचा सके.मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो  लक्सर व खानपुर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशियों अंतरिक्ष सैनी और सुभाष चौधरी की जमानत जब्त हुई तो एक सीट पर भाजपा उम्मीदवार की भी जमानत जब्त हो गयी आप और UKD के सभी उम्मीदवारों का भी यही हाल रहा, हालांकि बहुजन के खाते में इन सबके बीच दो सीटों का जाना कई मायने में अहम साबित हुआ है।

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