AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग एक अनोखी खोज के लिए हो रहा है. वैज्ञानिक एक करीब करीब विलुप्त हो चुके नर पौधे के लिए मादा साथी की खोज करने के लिए इसकी मदद ले रहे हैं. यह पौधा भी अपने आप में कम खास नहीं है, क्योंकि जिसे ‘दुनिया का सबसे अकेला पौधा’ कहा जाता रहा है. बताया जा रहा है कि यह पौधा डायनासोर के युग से भी पहले का है।
ई.वुडी साईकैड्स का एक सदस्य है, जो पृथ्वी पर मौजूद सबसे पुराना बीज वाला पौधा है. वे डायनासोर से भी पुराने हैं. यह प्रजाति बदकिस्मती से जंगल में विलुप्त हो चुकी है, आखिरी प्रजाति दक्षिण अफ्रीका के नगोये वन में पाई गई थी।
वनस्पति उद्यानों में लगातार प्रसार के कारण इसे पूरी तरह से विलुप्त होने से बचाया जा सका है. वैज्ञानिक प्राकृतिक प्रजनन के माध्यम से फिर से आबादी बढ़ाने की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन उनके सामने समस्या यह है कि किसी को भी मादा पौधा नहीं मिला है. शोधकर्ताओं की एक टीम ने मादा साथी को खोजने के लिए नगोये वन की खोज की है, जिसे पहले कभी पूरी तरह से खोजा नहीं गया था।
ड्रोन के उन्नत कैमरे के बावजूद, 10 हजार एकड़ के विशाल जंगल की खोज करना एक कठिन काम बना हुआ है. हाल ही में केवल 195 एकड़ के सर्वेक्षण में 15,780 चौंकाने वाली तस्वीरें मिलीं, जो संसाधित किए जाने वाले डेटा की विशाल मात्रा का संकेत देती हैं. यह बहुत सारी तस्वीरें हैं, इसलिए टीम एआई की मदद से उनका विश्लेषण कर रही है।
प्रोजेक्ट का नेतृत्व कर रही डॉ. लॉरा सिंटी ने बताया कि एआई के साथ, वैज्ञानिक पौधों को आकार से पहचानने के लिए एक छवि पहचान एल्गोरिथ्म का उपयोग कर रहे हैं. उन्होंने पौधों की तस्वीरें बनाई हैं और उन्हें अलग-अलग हालात में रखा है, ताकि मॉडल उन्हें पहचानने के लिए प्रशिक्षित हो सके. अभी मादा पौधा नहीं मिला है, जबकि अब तक जंगल के दो प्रतिशत से भी कम हिस्से की ही खोज की गई है।