देहरादून से कार्यकारी संपादक आशीष तिवारी की ख़ास रिपोर्ट – अगर आप त्यौहार के तैयारियों की खातिर बाज़ार का रुख करने वाले हैं तो पहले ट्रेफिक के बदले हुए नियम और रुट समझ लीजिये क्योंकि डीजीपी अशोक कुमार ने इनमें कई बदलाव किये हैं। दीपावली और अन्य त्योहारों को देखते हुए देहरादून के अधिकारियों के साथ यातायात व्यवस्था के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक में ये निर्णय लिए गए हैं। डीजीपी ने कहा कि धनतेरस एवं दीपावली के दौरान शहर में लोगों एवं वाहनों का आगमन बाजार की ओर अधिक रहेगा। इस कारण यातायात प्रभावित होने की संभावना बनी रहेगी। भीड़ को देखते हुए पहले ही पार्किंग, रूट डायवर्जन आदि की तैयारी कर लें, ताकि यातायात व्यवस्था बनी रहे।
आइये जानते हैं इस बैठक में डीजीपी अशोक कुमार ने क्या अहम निर्देश दिए-
1. धनतेरस के दिन बाजारों में सभी प्रकार के वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित किया जाए। जहां पर आवश्यकता हो तो बैरिकेडिंग का प्रयोग किया जाए।
2. चीता पुलिस इमरजेंसी कॉल के अतिरिक्त अपने क्षेत्र की यातायात व्यवस्था भी सम्भालेगी।
3. शहर के मार्गों पर नो-पार्किंग जोन में खड़े किये जा रहे वाहनों एवं गलत तरीके से पार्क वाहनों के विरूद्ध चालानी कार्यवाही के साथ क्रेन के माध्यम से टोईंग की कार्यवाही निरन्तर की जाय।
2. चीता पुलिस इमरजेंसी कॉल के अतिरिक्त अपने क्षेत्र की यातायात व्यवस्था भी सम्भालेगी।
3. शहर के मार्गों पर नो-पार्किंग जोन में खड़े किये जा रहे वाहनों एवं गलत तरीके से पार्क वाहनों के विरूद्ध चालानी कार्यवाही के साथ क्रेन के माध्यम से टोईंग की कार्यवाही निरन्तर की जाय।

4. अपने क्षेत्र की सुदृढ़ यातायात व्यवस्था की जिम्मेदारी सम्बन्धित थाना/चौकी की भी है। ट्रैफिक जाम होने पर यातायात पुलिस के साथ स्थानीय थाना प्रभारी भी जिम्मेदार होंगे, उनके विरूद्ध भी कार्यवाही की जाए।
5. यातायात प्रबंधन को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखा जाए। धरना/प्रदर्शन, शोभायात्रा में निर्धारित रूट का ही प्रयोग किया जाए। उल्लंघन करने वालों के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही करते हुए FIR भी की जाए।
6. मार्गों पर अस्थाई अतिक्रमण को यथासंभव हटवाएं तथा उक्त सम्बन्ध में नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें।
इस मीटिंग में पुलिस महानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था वी मुरूगेशन, पुलिस उपमहानिरीक्षक/निदेशक यातायात- मुख्तार मोहसिन, पुलिस अधीक्षक, यातायात- स्वप्न किशोर सहित अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।
5. यातायात प्रबंधन को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखा जाए। धरना/प्रदर्शन, शोभायात्रा में निर्धारित रूट का ही प्रयोग किया जाए। उल्लंघन करने वालों के विरूद्ध वैधानिक कार्यवाही करते हुए FIR भी की जाए।
6. मार्गों पर अस्थाई अतिक्रमण को यथासंभव हटवाएं तथा उक्त सम्बन्ध में नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें।

