चीन सीमा पर गरुड़ कमांडो तैनात, AK-103 मिली

भारतीय सेना को और मजबूत बनाने के लिए रूसी मूल की एके-103 असॉल्ट राइफलों से लैस किया गया है.यह राइफल्स भारतीय वायुसेना को सामरिक मोर्चे पर मजबूत करेंगे। भारतीय वायु सेना ने पहले बार LAC ( वास्तविक नियंत्रण रेखा) लद्दाख से अरुणाचल प्रदेश तक गरुण स्पेशल फोर्स को स्पेशल ऑपरेशन के लिए तैनात किया है. जानकारी के अनुसार भारतीय सेना को और मजबूत बनाने के लिए रूसी मूल की एके-103 असॉल्ट राइफलों से लैस किया गया है.यह राइफल्स भारतीय वायुसेना को सामरिक मोर्चे पर मजबूत करेंगे.इन राइफल्स को प्राप्त करने के लिए भारत ने रूस से करार किया था.

इन राइफल्स के लिए भारत और रूस के बीच 300 करोड़ की डील हुई थी. जानकारी के अनुसार यूपी के बागपत में भारतीय वायुसेना के गरुड़ स्पेशल फोर्सेज रेजिमेंट सेंटर में हथियार का प्रदर्शन दिखाया गया है. इन राइफल्स के साथ भारत सामरिक तौर पर अब बहुत मजबूत हो चुका है.अमेरिकी सिग सॉयर से लैस है गरुड़ फोर्स

वायु सेना एक अधिकारी ने मीडिया को बताया, भारतीय वायुसेना “गरुड़ स्पेशल फोर्स अमेरिकी सिग सॉयर और रूसी मूल की AK-103 असॉल्ट राइफलों सहित नवीनतम हथियारों से लैस है.उन्हें नवीनतम मेड-इन-इंडिया AK-203 असॉल्ट राइफलें भी प्रदान की जाएंगी .ऑसाल्ट राइफल्स बहुत ही हल्के होते हैं

आपकों बताल दें ऑसाल्ट राइफल्स बहुत ही हल्के होते हैं,इनका वजन 3.6 किलोग्राम का होता है.7.62 मिलीमीटर कैलिबर के 30 राउंड की मैगजीन लगाई जा सकती है.लगभग आठ मिनट के लंबे वीडियो में गरुड़ विशेष बल के जवानों को विभिन्न अभ्यासों में दिखाया गया है.

पाकिस्तान और चीन में पैदा होगा डर

आपकों बता दें भारतीय वायुसेना की तरफ से यह कदम ऐसे वक्त में उठाया गया है, जब पाकिस्तान के साथ-साथ चीन की तरफ से भी रक्षात्मक मोर्चे पर भारत के लिए चुनौतियां पैदा की जा रही है.वायु सेना के अधिकारियों ने एएनआई को बताया, “पूर्वी लद्दाख से लेकर सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश तक चीन की सीमा के साथ सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा, जहां वे विशेषज्ञ अभियान चलाएंगे.”

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