जनवरी , माइग्रेन बीमारी से आज बहुत-सी महिलाएं जूझ रही हैं। माइग्रेन को आधासीसी दर्द भी कहते हैं। वैसे तो माइग्रेन के पीछे के कारण अभी तक सामने नहीं आए हैं पर फिर भी मान्यतानुसार माइग्रेन बीमारी का सीधा मतलब आपकी दिनचर्या से है। दिनचर्या बिगड़ने से अक्सर माइग्रेन बीमारी जन्म लेती है। सोने-उठने का समय गड़बड़ाना, नींद न पूरी होना, तनाव होना, कुछ ऐलर्जिक खाना-पीना आदि सबसे माइग्रेन का दर्द शुरू हो जाता है। आइए जाने माइग्रेन क्या है और माइग्रेन से कैसे छुटकारा पाया जा सकता है। हालांकि माइग्रेन को वंशानुगत बीमारी का दर्जा भी दिया जाता है।
माइग्रेन एक तरह का सिर दर्द है जो धीरे-धीरे सिर के एक तरफ़ से उठकर आधे सिर तक छा जाता है। यह कुछ घंटे से लेकर पूरे एक दिन और कई बार एक दिन से ज़्यादा रहता है। यह बहुत तीव्र सिर दर्द है जिसमे व्यक्ति की स्थिति कुछ करने लायक़ नहीं रहती। विशेषज्ञों की माने तो ये पुरुषों की तुलना में महिलाओं को अधिक होता है। कभी-कभी माइग्रेन इतना असहनीय हो जाता है कि महिलाएं पेन किलर लेनी शुरू कर देती हैं।
अगर आपको भी नीचे दिए गए लक्षण दिख रहे हैं तो समझ लीजिये आपको माइग्रेन परेशान कर रहा है —-
क़ब्ज़ होना : पेट में क़ब्ज़ की शुरूआत माइग्रेन का लक्षण है। माइग्रेन शुरू होने से पहले पेट में क़ब्ज़ शुरू हो जाता है।
शोर सहन न होना : किसी भी तरह का शोर बर्दाश्त नहीं होता। शांति में रहने का मन करता है।
रौशनी या लाइट से दिक्कत : लाइट बंद करने का मन करता है। रोशनी में जाने से व्यक्ति बचता है।
जी मिचलाना या उल्टी आना : उल्टी आने की इच्छा होती है। कई बार उल्टी आ जाती है।
कंधों में जकड़न : ऐसा लगता है जैसे कंधे पूरी तरह जकड़ गए हैं। कंधों और उसके पास के हिस्से में प्रतिक्रिया नहीं लगती।
बार-बार जम्हाई आना : ज़बरदस्त जम्हाई आती हैं। लेटने की इच्छा होती है।
भूख न लगना : खाने-पीने की कोई इच्छा नहीं होती। कुछ लोगों में मीठा खाने का मन होता है।
कुछ लोगों में माइग्रेन की शुरूआत ‘औरा’ से होती है। औरा का संबंध एक तरह से नर्वस सिस्टम से जुड़ा है। औरा के दौरान चकाचौंध-सा महसूस होता है या
आंखों के आगे अंधेरा छा जाता है। हाथ-पैरों में सुई चुभने जैसा, चेहरे या शरीर के एक तरफ़ा हिस्से में कमज़ोरी महसूस होना या कुछ बोलने में दिक्कत महसूस होती है।
हालांकि माइग्रेन के लक्षण व्यक्ति दर व्यक्ति बदलते रहते हैं। पर फिर भी माइग्रेन का दर्द असहनीय होता है। ज़रूरी है आप अपनी दिनचर्या सही रखें। पेट को साफ़ रखें और तनाव न रखें। इसके साथ ही फलों के रस का सेवन अच्छा है। माइग्रेन में पेन किलर लेने की भूल न करें। पेन किलर लेना आपकी आदत बन सकती है और इसका लॉग टर्म असर अच्छा नहीं होगा।