उत्तराखंड की विभूतियों को मिला पद्मभूषण – जानिए कौन कौन हुआ सम्मानित

उत्तराखंड के कई विभूतियों को आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद्म भूषण सम्मान से नवाजा। आइये जानते हैं सम्मानित होने वाली शख्सियतों के बारे में कुछ ख़ास बातें –

डा. अनिल प्रकाश जोशी

पर्यावरण की बेहतरी को किए गए अपने कार्यों और प्रयासों के लिए डॉ अनिल जोशी की पहचान पूरी दुनिया में है। डॉ जोशी हरित कार्यकर्ता होने के साथ ही हिमालयन पर्यावरण अध्ययन और संरक्षण संगठन (हेस्को) के संस्थापक भी हैैं। डा. जोशी मुख्य रूप से पारिस्थितिक तंत्र के विकास और संरक्षण के लिए पारिस्थितिकी समावेशी अर्थव्यवस्था के विचार को लेकर आए। करीब 71 प्रतिशत वन भूभाग वाले उत्तराखंड में ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से पार पाने के लिए डा. जोशी वर्ष 2010 से विभिन्न मंचों से राज्य में सकल पर्यावरणीय उत्पाद (जीईपी) के आकलन की पैरवी करते रहे।

डा. योगी ऐरन
डा. योगी ऐरन दून अस्पताल समेत विभिन्न चिकित्सा संस्थानों में सेवाएं दे चुके हैं। डा. योगी अनुभवी प्लास्टिक सर्जन हैं और पर्यावरण के ऐसे प्रेमी हैं कि उन्होंने अपने जीवन की अभी तक की पूरी पूंजी खुद के तैयार किए वन ‘जंगल मंगल’ को बनाने में लगा दिया। चिकित्सा के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए भारत सरकार द्वारा उन्हें देश के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

कल्याण सिंह रावत

मैती आंदोलन के जनक कल्याण सिंह रावत को समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा गया। पर्यावरण संरक्षण में उल्लेखनीय योगदान व मैती आंदोलन के जरिये 18 से अधिक राज्यों व कई देशों में पर्यावरण संरक्षण की अलख जगाने वाले कल्याण सिंह रावत मैती ने देश और दुनिया में उत्तराखंड का नाम रोशन किया है।

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