पौड़ी गढ़वाल की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे महिलाओं और स्कूली लड़कियों को आत्म निर्भर और आत्मरक्षण के लिए प्रेरित करती रहीं हैं। अब उन्होंने महकमे को बेहतर सेवा का माहौल बनाने के लिए ट्रेनिंग सेशन की योजना तैयार की है और जनपद के समस्त थानों की महिला हेल्प डेस्क प्रभारियों/महिला हेल्प डेस्क पर नियुक्त महिला कर्मियों को इसमें शामिल किया है।
इस बेहद ख़ास कार्यशाला में उपस्थित महिला पुलिसकर्मियों को थाने पर आने वाले फरियादियों से किस तरह व्यवहार करना है, किस तरह वार्तालाप करनी है और कैसे फरियादी की शिकायतों को सुनकर उसका तेज़ी से निपटारा करना है ये बताया गया। मकसद है कि थाने पर पहुंचने वाले फरियादियों को सकारात्मक और सहयोगी माहौल दिया जा सके,
इसके अतिरिक्त कार्यालय में विभिन्न अधिकारियों द्वारा कार्यशाला में उपस्थित महिला हेल्प डेस्क प्रभारियों/महिला हेल्प डेस्क पर नियुक्त महिला कर्मियों को विभिन्न विषयों पर जानकारियां दी गयी- सागर पुरी प्रशिक्षित ट्रेनर जनपद पौड़ी जूडो एसोसिएशन एवं अपर उपनिरीक्षक विजया चौधरी द्वारा को प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
आज के माहौल में असामाजिक तत्वों द्वारा सोशल साइट्स का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है इस सम्बन्ध में विभव सैनी, क्षेत्राधिकारी ऑपरेशन/नोडल साइबर द्वारा साइबर अपराधों/ साइबर सेफ के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी। वहीँ हरिओम राज चौहान, प्रभारी निरीक्षक श्रीनगर एवं महिला आरक्षी विमला नेगी, साइबर सेल द्वारा आई0टी0 एक्ट/विभिन्न पार्ट्स के बारे में बताया गया। महिला उपनिरीक्षक उर्मिला बिष्ट थानाध्यक्ष ,महिला थाना श्रीनगर द्वारा गुड टच बैड टच एवं अपर उपनिरीक्षक विजया चौधरी द्वारा महिला सम्बन्धी अपराधों की रोकथाम व इससे बचाव के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी। डॉ मोहित सैनी मनोचिकित्सक बेस अस्पताल श्रीनगर द्वारा कार्यशाला के दौरान महिलाओं/बच्चों की काउंसलिंग के सम्बन्ध में आवश्यक एवं उपयोगी जानकारी दी गयी।
राजीव डोभाल, अपर अभियोजन अधिकारी श्रीनगर द्वारा महिला सम्बन्धी अपराध एवं पोक्सो एक्ट विषय एवं इस प्रकार के अपराधों की विवेचनात्मक कार्यवाहियों की बारीकियों के बारे में ब्रीफ कर जानकारी दी गई, जिससे न्यायालय में मामलों की सुनवाई/वितरण के दौरान कोई विधिक रुकावट न हो सके। प्रशिक्षण के उपरान्त इन प्रशिक्षित महिला पुलिस कर्मियों को के तौर पर अपने-अपने थाना क्षेत्र में पड़ने वाले समस्त शिक्षण संस्थानों में भेजकर वहाँ अध्ययन करने वाली छात्राओं को आत्म रक्षा हेतु प्रशिक्षण दिया जायेगा, छात्राओं को गुड टच बैड टच, साइबर सेफ के बारे में जागरूक किया जाएगा, साथ ही उक्त प्रशिक्षित महिला पुलिस कर्मी अपने-अपने थाना क्षेत्र में पड़ने वाले स्कूल/कॉलेजों एवं अन्य शिक्षण संस्थानों के खुलने व बन्द होने के समय शिक्षण संस्थानों के आस पास बनाये रखेंगे, छात्राओं से बातचीत कर सुरक्षा का भरोसा दिलाएंगे, जिससे छात्राओं के बीच पुलिस के प्रति सुरक्षा का भाव बना रहे।