टेलीप्रॉम्पटर क्या होता है। पीएम नरेंद्र मोदी की वजह से ये चर्चा मे क्यों आया

वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के दावोस समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी टेलीप्रॉम्प्टर की मदद से अपना भाषण दे रहे थे। लेकिन भाषण के बीच मे ही टेलीप्रॉम्प्टर मे कुछ टेक्निकल दिक्कत आ गई जिसके कारण प्रधानमंत्री को लगभग 56 सेकेंड तक अपना भाषण बीच मे ही रोकना पड़ा। उसके बाद से ही टेलीप्रॉम्पटर चर्चा का विषय बना हुआ है।

टेलीप्रॉम्पटर क्या होता है ?

टेलीप्रॉम्प्टर को प्रॉम्प्टर या ऑटोक्यू के नाम से भी जानते हैं। ये के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होती है। जिसकी मदद से आप कोई भी स्क्रिप्ट , पेज , बुक एक डिजिटल स्क्रीन के जरिए आसानी से पढ़ सकते है।

आसान भाषा मे कहे तो टेलीप्रॉम्प्टर एक ऐसी स्क्रीन वाली डिवाइस होती है। जिस पर कोई भी व्यक्ति कही पर भी बोलते समय बिना रुके स्क्रिप्ट को देखकर पढ़ सकता है। अगर आप न्यूज देखते है तो नोटिस भी किया होगा कि न्यूज एंकर नॉन स्टॉप न्यूज पढ़ते रहते है। वो भी बिना किसी पेपर स्क्रिप्ट या लैपटॉप की स्क्रीन पर देखे बिना बहुत से लोगों को यही लगता है कि ये पहले न्यूज को याद करते होंगे। उसके बाद बिना देखे न्यूज पढ़ते होंगे। लेकिन ऐसा नहीं है। इनके सामने केमेरे के नीचे एक टेलीप्रॉम्प्टर लगा होता है। जिसमे किताब की तरह न्यूज लिखी हुई होती है वे बस उसी को देखकर नॉन स्टॉप न्यूज पढ़ते है।

टेक्स्ट की स्पीड कितनी होगी इसे कंट्रोल करने के लिए न्यूज रीडर के हाथ मे एक छोटा सा रिमोट होता है। जिसकी मदद से वे स्पीड को अपने अनुसार एडजस्ट कर सकते है। मार्केट ने कई प्रकार के टेलीप्रॉम्प्टर मौजूद है जिसमे हाथ से कंट्रोल करने से लेकर पाँव तक कंट्रोल करने के ऑप्शन तक मौजूद है। टेलीप्रॉम्प्टर का सबसे ज्यादा इस्तेमाल मीडिया इंडस्ट्री , नेताओं के भाषण , फिल्म इंडस्ट्री में किया जाता है।टेलीप्रॉम्प्टर कैसे काम करता है ?

टेलीप्रॉम्पटर एक एलईडी की तरह स्क्रीन इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होती है। जिसमे रिफ्लेक्शन मिरर के जरिए टेक्स्ट दिखाई देते है । टेलीप्रॉम्पटर में दो बीम-स्प्लिटर ग्लास होते हैं। प्रत्येक ग्लास को 45 डिग्री कोण पर एक छोटे स्टैंड पर रखा जाता है। जिसमे मॉनिटर की मदद से टेक्स्ट को ग्लास पर दिखाया जाता है । कोई भी दूर बैठा रीडर उस टेक्स्ट को आसानी से पढ़ सकता है। ग्लास के निचले हिस्से पर एक फ्लैट एलसीडी मॉनिटर लगा होता है। जिसका मुंह छत की और करके रखा जाता है। जो एक साथ लगभग 56 से 72 पीटी फॉन्ट में शब्दों शब्दों को स्क्रीन पर दिखाता है। इसके पीछे की और कैमरा लगा होता है।

टेलीप्रॉम्पटर और कमरे के पीछे एक कंट्रोलर होता है । जो टेलीप्रॉम्पटर पर दिखाए जाने वाले टेक्स्ट की स्पीड को कंट्रोल करता है। यानि कि जैसे जैसे रीडर टेक्स्ट को पढ़ता जाता है। कंट्रोलर उस टेक्स्ट को स्क्रॉल करके आगे बढ़ाता रहता है। लेकिन ज्यादातर न्यूज एंकर टेक्स्ट की स्पीड को खुद ही कंट्रोल करते है स्पीड को कंट्रोल करने के लिए उनके हाथ मे एक छोटा सा रिमोट होता है। जबकि नेता भाषण के दौरान कंट्रोलर की मदद लेते है।

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