प्रॉपर्टी खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए

प्रॉपर्टी कारोबार जितना तेजी से बढ रहा है उसी हिसाब से प्रॉपर्टी कारोबार में धोखाधड़ी के मामले भी बढ़ रहे हैं। कई बार जानकारी के अभाव में या फिर जिस संपत्ति को खरीद रहे हैं उसके बारे में पूरी जांच पड़ताल किए बिना ही जमीन खरीदने पर आपकी जीवन भर की जमापूंजी चली जाती है। ऐसे में जमीन या प्लॉट खरीदते वक्त कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है।

प्रॉपर्टी का मौका मुआयना करें

जिस प्रॉपर्टी को खरीदने का आप मन बना रहे हैं सबसे पहले उसे प्रॉपर्टी, जमीन, प्लॉट, या फिर फ्लैट, मकान, दुकान आदि का मौका मुआयना करें। प्रॉपर्टी का मालिक दस्तावेजों के अनुसार जो भी दावे कर रहा है उसका मौके पर जाकर निरीक्षण करने से काफी जानकारी मिल जाती है। पहुंच मार्ग से प्रॉपर्टी की दूरी कितनी है और प्रॉपर्टी के आस—पास कोई खतरे वाली स्थिति तो नहीं है, आदि आदि की जानकारी मौका मुआयना से मिल जाएगी।

आसपास के लोगों से जानकारी प्राप्त करें

स्थलीय निरीक्षण के बाद बात आती है आस—पास के लोगों से जानकारी एकत्र करने की। इससे आपको लैंड डिस्प्यूट और वहां के आबोहवा व अन्य जानकारियां के बारे में समझ हो जाएगी। जिसके बाद एक मोटा मोटा आकलन आपके पास होगा। इसलिए स्थलीय निरीक्षण के बाद वहां के आस—पास रहने वाले लोगों से इंटरएक्शन जरूर कर लें। ये वहां प्रॉपर्टी के रेट क्या चल रहे हैं इस बारे में भी आपको जानकारी उपलब्ध करा देगा।

प्रॉपर्टी के दस्तावेजों की जांच, बेचने वाले के बारे में जानकारी

प्रॉपर्टी का बाजार भाव और स्थलीय निरीक्षण के बाद आपको दस्तावेजों की जांच अच्छे से कर लेनी चाहिए। प्रॉपर्टी बेचने वाले जो दावे कर रहा है वो ही दावे और जानकारी दस्तावेजों जिनमें रजिस्ट्री, नक्शा आदि में जानकारी उपलब्ध होती है। इसके अलावा विक्रेता के बारे में भी जांच पड़ताल कर लें। क्या विक्रेता को बेची जानी वाली संपत्ति बेचने का पूरा मतलब पूरा अधिकार है या नहीं। इसके लिए आपको एक अच्छे वकील की भी सहायता लेनी चाहिए।

बायर, सेलर का पिछला 30 साल का रिकॉर्ड

जो प्रॉपर्टी बेची जा रही है और बेचने वाले की पैतृक यानी दाद इलाही संपत्ति है या फिर उसने किसी ओर से खरीद है। अगर किसी ओर से पूर्व में खरीदी गई है तो ये महत्वपूर्ण हो जाता है कि प्रोपर्टी का पिछला 30 साल का बॉयर सेलर रिकार्ड तहसील या फिर रजिस्ट्री विभाग से निकलवा लें। इन दिनों आनलाइन भी ये जानकारी उपलब्ध हो जाती है। खसरा, खतौनी, दाखिल खारिज और अन्य राजस्व अभिलेखों की जांच पडताल कर लें। इसके लिए आप वकील की सहायता ले सकते हैं।

प्रॉपर्टी पर किसी तरह का लोन या अन्य विवाद तो नहीं है

आमतौर पर प्रॉपर्टी पर लोन भी लिया जाता है और ये प्रॉपर्टी बैंक या अन्य किसी बैंकर्स के यहां मोरगेज यानी बंधक रहती है और जब तक लोन का बकाया नहीं चुकता होता तब तक प्रॉपर्टी को बेचा या खरीदा नहीं जा सकता है। इसके लिए आपको प्रॉपर्टी के बारे में पूरी जानकारी हासिल करनी होगी। वहीं दूसरी ओर प्रोपर्टी पर कई बार एक से अधिक लोगों का अधिकार होता है। जैसे घर में भाइयों या भाई बहन का या फिर दूसरे सदस्यों का हिस्सा होता है। ऐसे में  प्रॉपर्टी को आप खरीद रहे हैं वो पूरी तरह से भार मुक्त ओर विवाद मुक्त हैं इस बारे में जानकारी जुटा लेनी चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top