प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देवभूमि उत्तराखंड से लगाव कितना है ये देश जनता है। केदारनाथ आपदा के बाद पहाड़ के विश्व प्रसिद्ध धामों का विकास और यात्रियों की सुगमता के लिए हर स्तर पर चल रही योजनाओं की सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय मॉनिटरिंग करता है। बदली हुयी केदार पूरी के बाद अब पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट बद्रीनाथ धाम मास्टर प्लान का कार्य शुरू हो गया है…. बद्रीनाथ धाम को भी काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तर्ज पर स्मार्ट स्प्रिचुअल हिल टाउन के रूप में विकसित किया जा रहा है .. एक्सपर्ट बताते हैं कि इस परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण का काम पूरा हो चुका है और अब इलाके में बर्फ पिघलने के बाद परियोजना पर भी काम शुरू कर दिया गया है..
आपको बता दें कि बद्रीनाथ धाम के मास्टर प्लान का पूरा नक्शा गुजरात की कंपनी आईएनआई ने डिजाइन किया है… इसी नक्शे के आधार पर पहले फेज का कार्य आरंभ हो चुका है….
बद्रीनाथ धाम मास्टर प्लान के पहले फेज़ में होंगे ये सारे काम –
1. वन वे लूप रोड का पहाड़ी शैली के पत्थर से होगा निर्माण. इसमें लगभग 700 मीटर सड़क बनाई जाएगी…
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2. अराइवल प्लाजा का निर्माण किया जाएगा, जहां यात्रा टिकट की बुकिंग, होटलों की जानकारी जैसी सुविधाएं तीर्थ यात्रियों को दी जाएगी ..
3. बद्रीनाथ में स्थित शेष नेत्र झील और बद्रीश झील का सौंदर्यीकरण होगा. ये दोनों झीलें लगभग 300 मीटर तक फैली हैं…
4 . बद्रीनाथ धाम में स्थित अस्पताल का विस्तारीकरण होगा, जिससे कि यहां आने वाले तीर्थयात्रियों को अच्छा उपचार सकेगा….
5. बद्रीनाथ धाम में सभी घाटों का सौंदर्यीकरण और निर्माण कार्य किया जाएगा.
बद्रीनाथ धाम प्रोजेक्ट के इस पहले फेज में लगभग 22 सरकारी भवनों को ध्वस्त किया गया है…. वहीं इसके लिए हुए भूमि अधिग्रहण के बाद प्रशासन ने लगभग 33 करोड़ की मुआवजा राशि भी भूस्वामियों को दे दी है ….
बदरीनाथ धाम को विकसित करने के लिए अब तक 250 करोड़ का इंतजाम हो चुका है, जिसमें 200 करोड़ रुपये सीएसआर के तहत विभिन्न सार्वजनिक उपक्रम और कंपनियों ने दी है, जबकि 25 करोड़ नमामि गंगे तथा 25 करोड़ विभागीय योजना से मिला है…. तो अगर योजना पर तेज़ी से काम शुरू हुआ तो जल्द ही आपको भव्य और सुगम बद्रीनाथ धाम की यात्रा का सौभाग्य मिल सकेगा।