Flash Story
उत्तराखंड के बैडमिंटन खिलाड़ियों का जलवा, ऑल इंडिया टूर्नामेंट में जीते चार पदक
क्यों पूरे भरे ईंधन के साथ लैंडिंग नहीं करते हैं विमान, निकाल देते हैं फ्यूल
उत्तराखंड : साइबर ठगी का शिकार हुए देहरादून के लेफ्टिनेंट कर्नल, गंवाए नौ लाख रुपये
उत्तराखंड : गर्मी ने तोड़ा सात साल का रिकॉर्ड, हीट वेव का अलर्ट जारी
धूप से लौटते ही करते हैं ये गलतियां तो हो जाएं सतर्क 
विश्व जाट संवाद यात्रा पहुंची देहरादून,जाट एकता के लिए कार्य किया जाएगा-पलसानिया 
मुख्यमंत्री ने लिया जनता से फीडबैक , अधिकारियों को दिए निर्देश 
E PAPER OF 18 MAY 2024
चारधाम यात्रा की लगातार मॉनिटरिंग करें अधिकारी : सीएम धामी 

CM पुष्कर धामी ने दीदी भुली महोत्सव का किया शुभारंभ

प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी महिला सशक्तिकरण के प्रयासों को समर्पित ‘दीदी-भुली महोत्सव’ में शामिल होने जब उत्तरकाशी पहुंचे तो यहां मुख्यमंत्री धामी ने एक बड़ा रोड शो किया। सीएम धामी ने पेट्रोल पंप बस स्टैंड से भटवाड़ी रोड, भैरव चौक, कोर्ट रोड, हनुमान चौक होते हुए रामलीला मैदान तक रोड शो किया।

मुख्यमंत्री ने 240 करोड़ से अधिक लागत की योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया। जिनमे उत्तरकाशी जिले के विकास के लिये 57 करोड़ 38 लाख की लागत की 24 योजनाओं का शिलान्यास करने के साथ ही 45 करोड़ 37 लाख की लागत की 38 योजना का लोकार्पण किया गया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने यूजेवीएन लिमिटेड के तिलोथ विद्युतगृह के नवीनीकरण, उच्चीकरण एवं पुनरोद्धार (आर.एम.यू.) कार्यों का लोकार्पण भी किया गया। मुख्यमंत्री ने शक्ति माता और बाबा विश्वनाथ मंदिर में किए दर्शन.दीदी भुली महोत्सव में शिरकत करने पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी में माँ शक्ति और बाबा विश्वनाथ मंदिर पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री ने दोनों मंदिरों में पूजा अर्चना कर राज्य की खुशहाली की कामना की।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दीदी भुली महोत्सव में शिरकत कर डुंडा और बगोरी क्षेत्र के पारंपरिक ऊन की कताई करने वाले चरखा को चलाया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने करीब ऊन की कताई कर पारंपरिक ऊनी वस्त्रों को बढ़ावा देने का संदेश दिया। साथ ही डुंडा और बगोरी से पहुंची महिलाओं को चरखा चलाने और ऊन कताई की जानकारी ली। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दीदी भुली महोत्सव में वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट में हाल ही में देश में दूसरे स्थान का सम्मान पाने वाले लाल धान की जानकारी ली। इस दौरान मुख्यमंत्री ने लाल धान का उत्पादन करनी वाली महिलाओं ने मुख्यमंत्री को लाल धान की बाली भेंट की। मुख्यमंत्री ने महिलाओं के साथ लाल धान की कुटाई पारंपरिक ओखली यानी उलख्यारे में गिंज्याली (मूसल) थामकर की है। साथ ही लाल धान के चूड़ा बनाने की जानकारी ली।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top