अब बेफ्रिकी से करे आरामदायक सफर – AC कोच में फिर मिलेगा तकिया-कंबल

विशेष रिपोर्ट – फ़िरोज़ गाँधी कोविड-19 महामारी और उसके प्रोटोकॉल के कारण ट्रेनों में यात्रियों के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोटोकॉल (एसओपी) जारी किया गया था. इसमें लिनेन, कंबल, चादर देना बंद कर दिया गया था. संक्रमण न फैले इसलिए ट्रेनों के भीतर से पर्दे भी हटा लिए गए थे. लेकिन अब हालात सुधरते ही दो साल बाग रेलवे ने तत्काल प्रभाव से लिनेन, कंबल और अंदर के पर्दों पर लगाई गई पाबंदी को तत्काल प्रभाव से वापस लेने का निर्णय लिया है. ये चीजें उसी तरह उपलब्ध कराई जाएंगी जिस तरह कोविड से पहले उपलब्ध कराई जाती थीं. पश्चिम मध्य रेल के तीनों मण्डलों जबलपुर, भोपाल और कोटा में भी जल्द ही इसे लागू कर दिया जाएगा.करीब दो साल के अंतराल के बाद अब रेल यात्रियों का सफर फिर से हल्का होने जा रहा है…..  अब ट्रेन में यात्रियों को एसी कोच में कंबल-चादर-तकिया फिर मिलने लगेंगे…..  कोरोना के हालात पर काबू पाने के बाद रेलवे ने ये बड़ा फैसला किया है…..  रेलवे ने लिनेन, कंबल और ट्रेन के भीतर के पर्दों पर पाबंदी तत्काल प्रभाव से वापस ले ली है…. कोविड-19 महामारी और उसके प्रोटोकॉल के कारण ट्रेनों में यात्रियों के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोटोकॉल (एसओपी) जारी किया गया था….  इसमें लिनेन, कंबल, चादर देना बंद कर दिया गया था….  संक्रमण न फैले इसलिए ट्रेनों के भीतर से पर्दे भी हटा लिए गए थे…  लेकिन अब हालात सुधरते ही दो साल बाग रेलवे ने तत्काल प्रभाव से लिनेन, कंबल और अंदर के पर्दों पर लगाई गई पाबंदी को तत्काल प्रभाव से वापस लेने का निर्णय लिया है… ये चीजें उसी तरह उपलब्ध कराई जाएंगी जिस तरह कोविड से पहले उपलब्ध कराई जाती थीं….  बीते 2 साल से कोविड-19 महामारी के दौरान रेलवे के एसी कोच में मिलने वाली चादर, तकिया और कंबल की सुविधा आगामी आदेश तक बंद कर दी गई थी…   यहां तक कि एसी कोच में लगने वाले पर्दो को भी हटा दिया गया था….  रेलवे की ओर से जारी की गई S.O.P. याने स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर को देखते हुए कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम करने ऐसी तमाम चीजों को बंद किया गया था ताकि यह बीमारी एक दूसरे तक न फैल पाए….  रेलवे के एसी कोच में सैकड़ों यात्री यात्रा करते हैं. ऐसे में महामारी और ज्यादा ना फैले इस वजह से यह फैसला लिया गया था..

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