न्यूज़ वायरस के लिए संजय कुमार की रिपोर्ट –
वो क्रिकेटर जिसे सचिन तेंदुलकर से भी ज्यादा टैलेंटेड माना जाता था, आज वो दुखों का सितम झेल रहा है. वो क्रिकेटर जिसने सचिन के साथ मिलकर 664 रनों की साझेदारी की और अकेले ही 349 रन ठोक डाले आज वो खिलाड़ी गरीबी में जी रहा है. वो क्रिकेटर जो सचिन का जिगरी यार है वो आज बीसीसीआई से मिल रही पेंशन से अपना परिवार पेट पाल रहा है. बात हो रही है विनोद कांबली की जो इस वक्त घर पर खाली बैठे हैं. उनके पास कोई काम नहीं है और अब उनका दर्द सामने आया है.
विनोद कांबली ने एक मीडिया संस्थान को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि इस वक्त वो बेरोजगार हैं. उनका परिवार बीसीसीआई की पेंशन से चल रहा है. कांबली ने कहा कि उनकी पेंशन 30 हजार रुपये महीना है और इसी से वो परिवार का पेट पाल रहे हैं.विनोद कांबली देते थे सचिन की एकेडमी में कोचिंग
विनोद कांबली ने बताया कि वो सचिन तेंदुलकर की मिडिलसेक्स ग्लोबल एकेडमी में मेंटॉर थे लेकिन इसके बाद उन्होंने वहां जाना छोड़ दिया. कांबली ने कहा, ‘मैं रोज सुबह 5 बजे उठता था. इसके बाद डीवाई पाटिल स्टेडियम के लिए कैब पकड़ता था. उस वक्त मैं बीकेसी ग्राउंड में शाम के वक्त भी कोचिंग देता था. ये मेरे लिए काफी थकाने वाला शेड्यूल था. मैं एक रिटायर्ड क्रिकेटर हूं और अब मैं पूरी तरह बीसीसीआई की पेंशन पर निर्भर हूं.’
सचिन को मेरी हालत के बारे में पता है – कांबली
विनोद कांबली ने बताया कि सचिन को उनकी इस हालत के बारे में सब मालूम है. कांबली ने कहा, ‘सचिन को सब कुछ पता है. लेकिन मैं उनसे कोई उम्मीद नहीं रखता. उन्होंने मुझे तेंदुलकर मिडिलसेक्स ग्लोबल एकेडमी में काम दिया था और मैं उससे बहुत खुश था. वो मेरे बहुत अच्छे दोस्त हैं. वो हमेशा मेरे लिए खड़े रहे हैं.’कांबली ने कहा कि वो ऐसा काम चाहते हैं जिसमें वो युवा खिलाड़ियों की मदद कर सकें. मैं जानता हूं कि अमोल मजूमदार मुंबई के हेड कोच हैं लेकिन जहां भी मेरी जरूरत होगी मैं मौजूद हूं. आपको यहां बता दें कि कांबली ने भारत के लिए 104 वनडे, 17 टेस्ट मैच खेले हैं. उनके नाम 3561 इंटरनेशनल रन हैं. उनके बल्ले से चार टेस्ट शतक और 2 वनडे शतक निकले.