न्यूज़ वायरस के लिए फ़िरोज़ आलम गाँधी की रिपोर्ट
उत्तराखंड की धामी सरकार ने भ्र्ष्टाचार पर बड़ा हथौड़ा चलते हुए आय से अधिक संपत्ति मामले में रिटायर्ड IAS रामविलास यादव की फाइलें खोल दी थी। जिसके बाद रिटायरमेंट के कुछ दिन पहले ही इस आईएएस की मुश्किलें बढ़ गई थी. अब इस हाईप्रोफाइल मामले में विजिलेंस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है. सूत्र बता रहे हैं कि रामविलास यादव के खिलाफ स्पेशल विजिलेंस कोर्ट में सुनवाई शुरू होगी. राज्य सतर्कता निदेशक अमित सिन्हा ने ये जानकारी मीडिया दी है.
अंदर की खबर है कि आरोप पत्र समय से कोर्ट में दाखिल ना हो सके, इसको लेकर भी जेल में बंद आईएएस रामविलास यादव की ओर से शासन के उच्च अधिकारियों से संपर्क करने की खबर आई थी। जिसकी भनक लगते ही विजिलेंस ने चार्जशीट को समय रहते दाखिल करने की कार्रवाई पहले से तेज कर दी थी. केंद्र से ऑनलाइन अनुमति मिलने के बाद रामविलास यादव के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई. विजिलेंस निदेशक सिन्हा के मुताबिक यादव के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य और सबूत हैं. वहीं, उत्तर प्रदेश गई विजिलेंस की टीम ने भी काफी ऐसे सबूत एकत्र किए गए हैं जिसको आरोप पत्र में लगाया गया है.आपको यहाँ इस बड़ी खबर के बारे में बता दें कि 23 जून 2022 को आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में लंबी पूछताछ के बाद रिटायर्ड आईएएस रामविलास यादव को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. फिलहाल यादव न्यायिक हिरासत में देहरादून की जेल में बंद हैं. वहीं कानूनी प्रक्रिया के अनुसार इस मामले में विजिलेंस को 60 दिनों में आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल करना था, जो कर लिया गया है. अब रामविलास यादव पर कानूनी शिकंजा पूरी तरह से कसा जा चुका है.