मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रीतम भरतवाण जागर ढोल सागर इंटर नेशनल अकादमी का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अकादमी को 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की भी घोषणा की ताकि इस अकादमी के माध्यम से हमारी संस्कृति को संरक्षित करने हेतु प्रयास सफल हो सके। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर लोक कलाकारों को सम्मानित भी किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा की लोक संस्कृति हमारी पहचान है, हमें नहीं भूलना चाहिए की हमारी जड़े कहाँ है। जड़े कट जाए तो हरा भरा पेड़ भी धीरे धीरे सुख जाता है। जड़ सुरक्षित रहेगी तो पेड़ भी सुरक्षित रहेगा, इसी तरह हमारी संस्कृति सुरक्षित रहेगी तो हम भी सुरक्षित रहेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपनी संस्कृति को संरक्षित रखने हेतु हम सबको अपने अपने स्तर से प्रयास करना होगा। इस क्षेत्र में पद्मश्री प्रीतम भरतवाण का यह प्रयास निश्चित रूप से सराहनीय है।
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री डॉ० धन सिंह रावत ने प्रसिद्ध जागर गायक पद्मश्री प्रीतम भरतवाण को बधाई देते हुए कहा की लोक संस्कृति को संरक्षित करने का उनका यह प्रयास सराहनीय है।