उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का 23 अप्रैल को एक महीने का कार्यकाल पूरा हो गया.मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के एक महीने के कार्यकाल को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने निराशाजनक बताया है.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के एक महीने के कार्यकाल को देखकर तो यही लगता है कि सरकार के पास प्रदेश के विकास का कोई रोडमैप नहीं है.नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि प्रदेश में लगातार बिजली की कटौती हो रही है, लेकिन सरकार के पास इससे पार पाने का कोई जरिया नजर नहीं आ रहा है.प्रदेश में सभी हिस्सों में रोज 4 से 8 घंटे बिजली की कटौती हो रही है, जिससे प्रदेश की जनता परेशान है.सरकार दावा कर रही है कि प्रतिदिन 10 करोड़ रुपए की बिजली खरीदी जा रही है, लेकिन वो जा कहां रही है, ये किसी को नहीं पता है. क्योंकि जनता को तो मिल नहीं रही है.
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने जंगलों में लगी आग का मुद्दा उठाते हुए पहाड़ों में बढ़ते पेयजल संकट पर भी धामी सरकार को घेरा है। इसके अलावा उन्होंने कोरोना काल में उपनल के जरिए हॉस्पिटलों ने रखे गए मेडिकल स्टाफ और कर्मचारियों को निकालने के मसले को लेकर भी सरकार पर सवाल उठाये हैं। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि राज्यपाल ने विधानसभा के अंदर दिए अपने अभिभाषण में खुद कोरोना काल में किए कार्यों को लेकर मेडिकल स्टाफ की तारीफ की थी, लेकिन आज उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया और वे सड़क पर भूखे मर रहे हैं.नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने सरकार के मांग की है कि आज के इन सभी ज्वलंत मुद्दों पर विधानसभा का सेशन बुलाया जाए.ताकि इन मुद्दों पर चर्चा हो सके.यदि सरकार ऐसा नहीं करती है तो कांग्रेस सड़कों पर प्रमुखता से इन मुद्दों को उठाएगी.