एक तरफ यात्रा की तैयारी , दूसरी तरफ पर्यटन सीजन का आगाज़ और इस बीच एक बार फिर महामारी कोरोना की तेज़ होती रफ़्तार …. जी हाँ , देहरादून में कोविड एक बार फिर रफ्तार पकड़ने लगा है…. देहरादून में बुधवार को कोविड पॉजिटिव मरीजों की संख्या 18 रही…. पूरे प्रदेश में 24 कोरोना पॉजिटिव मरीज आए हैं… कोरोना का संक्रमण स्कूलों में भी पहुंच गया है…. देहरादून के एक बड़े स्कूल के दो छात्र कोरोना संक्रमित पाए गए हैं… दो स्कूली छात्र कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद एहतियातन स्कूल में बाहरी लोगों की एंट्री बंद कर दी गई है… देहरादून के स्कूल को सैनिटाइज किया जा रहा है… इससे पहले देहरादून के एक स्कूल की छात्रा कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी…
सचिवालय में कोरोना ने मारी एंट्री – सचिवालय के एक आईएएस अधिकारी कोरोना संक्रमित हो गए है… इसके साथ ही CMO कार्यालयमें एक डॉक्टर भी कोविड पॉजिटिव मिले हैं। अकेले देहरादून में बुधवार को कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 18 रही…. वहीं कोरोना संक्रमण की रफ्तार को देखते हुए जिलाधिकारी की ओर से देहरादून में मास्क अनिवार्य कर दिया गया है… राजधानी में जो शख्स मास्क नहीं पहनेगा उस पर 500 रुपए का जुर्माना भी लगा दिया जाएगा… लेकिन सड़कों पर लापरवाही भी खूब नज़र आ रही है।
कोविड के जिला सर्विलांस अधिकारी डॉक्टर राजीव दीक्षित ने मीडिया को बताया कि देहरादून में एक बड़े स्कूल के दो छात्र भी कोरोना पॉजिटिव आए हैं… इसके साथ ही सचिवालय के एक आईएएस अधिकारी भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं… कोरोना ने स्वास्थ्य महकमे में भी घुसपैठ की है… CMO कार्यालय के एक डॉक्टर की जांच रिपोर्ट भी कोविड पॉजिटिव आई है. वहीं इन सभी लोगों को आइसोलेट कर उपचार किया जा रहा है… बताया गया है कि इन कोरोना पॉजिटिव मरीजों में से कुछ को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती किया गया है.. कुछ को घर पर ही आइसोलेट कर एहतियात बरती जा रही है… उत्तराखंड की बात करें, तो यहां पर पिछले दो-तीन दिनों से कोरोना के केसों में इजाफा देखने को मिला है…
बुधवार को मिले 24 संक्रमित: उत्तराखंड में 24 घंटे के भीतर कोरोना के 24 नए मरीज मिले हैं… जबकि, 27 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे हैं. वहीं, एक्टिव केस की संख्या 80 पहुंच गई है… राहत की बात ये है कि पिछले 24 घंटे में एक भी कोरोना मरीज की मौत नहीं हुई है… प्रदेश में सैंपल पॉजिटिविटी रेट की बात करें तो 1.42% है… पर्यटन आने लगे हैं उसमें कोरोना की जांच में बेहद सतर्कता और तेज़ी की ज़रूरत है जिससे इस महामारी पर काबू पाया जा सके।