अगर कोई सैलानी उत्तराखंड आ रहा है तो उसका पहला प्रयास होता है दुनिया भर में मशहूर जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में सैर सपाटा करना .एक ऐसी दुनिया जहां रोमांच और थ्रिल होता है और होती है बेजुबान पशुओं की चहलकदमी .अब इसमें शामिल हो गया है रंगीन तितलियों का कारवां
अब पर्यटक सिर्फ बाघों का ही नहीं, बल्कि तितलियों का भी दीदार कर पाएंगे. पर्यटकों के लिए कॉर्बेट पार्क में बने बटरफ्लाई पार्क खोल दिया गया है. कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में बना बायोडायवर्सिटी पार्क पर्यटकों के लिए समर्पित कर दिया गया है.
बता दें कि विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में डेढ़ सौ से ज्यादा तितलियों की प्रजातियों को देखा गया है… वहीं, इस तितली पार्क में 50 से ज्यादा प्रजातियां देखी जा रही हैं. इस पार्क में 58 प्रजाति के पौधे लगाए गए हैं, जिनमें से 9 प्रजातियों के पौधे तितलियों के होस्ट प्लांट हैं. जबकि 49 प्रजातियों के पौधे तितलियों के नेक्टर प्लांट हैं.हर साल बड़ी संख्या में जंगल की सैर और जानवरों को करीब से देखने वाले पर्यटन जिम कॉर्बेट आते हैं। ऐसे में कॉर्बेट और उसके आसपास तितलियों के संवर्धन के लिए इस बटरफ्लाई पार्क को बनाया गया है. जहां स्थानीय लोगों के साथ ही स्टूडेंट्स और पर्यटकों को भी तितलियों को देखने और उनके बारे में जानने समझने का मौका मिलेगा.
पौधों की एक लाबी कतार आपको यहाँ मिलेगी , जिसमें कैलिएंड्रा, कनेर, गुड़हल, रेन लिली, इंडियन गुलाब, जूही, हिमेलिया, तुलसी, टिकोमा, चांदनी वेरीगेटेट, रसेलिया, एरिका पाम, रात की रानी, नीला गुड़हल आदि नेक्टर प्लांट लगाए गए हैं…. वहीं इस पार्क में होस्ट प्लांट भी लगाए गए हैं , जिसमें सनफ्लावर, वर्बिना, टिकोमा, वेरीगेटेट लेंटाना, रैटल पोर्ट, पीलू, अमलतास, सीता अशोक, कदंब के पौधे शामिल हैं.
आपको यहाँ ये भी बता दें कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के ढेला जोन के मुख्य गेट पर डेढ़ हेक्टर की भूमि पर यह बटरफ्लाई पार्क बनाया गया है…. जिसमें पर्यटक इन रंग बिरंगी तितलियों का दीदार कर सकेंगे और जैव विविधता के लिए महत्वपूर्ण योगदान देने वाली तितलियों के बारे में भी जान पाएंगे … यानी अगर आप इस गर्मियों में जिम कॉर्बेट आएंगे तो आपको हवा में उड़ती हुए तितलियाँ आपका स्वागत करेंगी।