पहाड़ जल रहा है और मैदान पसीने से तर बतर है। यात्रियों ने देवभूमि के इस तपते मौसम पर भी हैरानी जतायी है। लोग बेहाल है और आसमान की तरफ निहार रहे हैं। इस बीच अच्छी खबर ये है कि उमस और गर्मी से आपको अगले कुछ घंटों में राहत मिल सकती है क्योंकि मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया है कि वैसे तो मानसून कई राज्यों में दस्तक दे चुका है और सक्रियता के चलते केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तमिलनाडु समेत कई राज्यों में बारिश भी शुरू हो चुकी है, लेकिन उत्तराखंड में 15 जून से प्री मानसून की बौछारें पड़ने की संभावना है।
बीते एक महीने से जल रहे मैदान और पहाड़ों में 15 जून से प्री मानसून की सक्रियता से झमाझम बारिश के आसार हैं। मौसम विज्ञानियों ने राज्य में 20 जून तक मानसून के पहुंचने की उम्मीद भी जताई है। हालांकि, इसमें थोड़ा बदलाव भी हो सकता है।
उधर, अगले 24 घंटे में उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़ में गर्जना के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। कुछ इलाकों में तेज हवाओं के भी चलने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह का कहना है कि वैसे तो मानसून कई राज्यों में दस्तक दे चुका है और सक्रियता के चलते केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तमिलनाडु समेत कई राज्यों में बारिश भी शुरू हो चुकी है, लेकिन उत्तराखंड में 15 जून से प्री मानसून की बौछारें पड़ने की संभावना है।मानसून पूरी तरह से यहां पर 20 जून के आसपास पहुंच सकता है। वहीं, मानसून की दस्तक से पहले ही गर्मी ने तेवर दिखाने थोड़े कम कर दिए हैं। राजधानी दून में 15 दिनों बाद अधिकतम तापमान का आंकड़ा 40 डिग्री से नीचे पहुंचा, जो थोड़ी राहत देने वाली बात है।
मौसम विभाग के मुताबिक, रविवार को अधिकतम तापमान जहां 39.3 डिग्री रहा, जो सामान्य से पांच डिग्री अधिक रहा। वहीं, न्यूनतम तापमान भी घटकर 23.7 डिग्री पर पहुंच गया। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कमी से गर्मी से थोड़ी राहत मिली है ,लेकिन अभी भी तापमान 39 डिग्री के आसपास बना रह सकता है। लेकिन अब आप शानदार मौसम के स्वागत को तैयार हो जाइये क्योंकि बदरा बरसने वाले हैं.